करनाल: कांग्रेस सांसद व विपक्ष नेता राहुल गांधी मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में शहीद हुए नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर पहुंचे। हरियाणा के करनाल में उन्होंने परिवार से 1 घंटा 35 मिनट तक मुलाकात की। वह दोपहर 2:15 बजे लेफ्टिनेंट के घर से रवाना हुए। इस दौरान सुरक्षा टाइट रही।
मुलाकात के बारे में परिवार के सदस्य ने कहा कि राहुल गांधी ने हमारी फैमिली से दु:ख साझा किया। उन्होंने विनय के बचपन और पढ़ाई के बारे में पूछा। इसके साथ विनय की स्कूल की मार्कशीट और बचपन की फोटो भी देखीं। उन्होंने सुरक्षा में चूक की भी बात कही, जिसके चलते इतनी बड़ी घटना हुई। कहा कि शहीद का दर्जा को लेकर कोई बात नहीं हुई। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है। मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने सिर्फ पानी ही पिया। हिमांशी घर पर नहीं हैं, वह अपने मायके गई हैं।
पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल जी के शोकाकुल परिवार से मिलकर उनका दुख बांटा, उन्हें सांत्वना दी। अपार दुख में भी उनका हौसला और साहस देश के लिए एक संदेश है – हमें एकजुट रहना है।
पूरा देश शहीदों के परिवारों के साथ खड़ा है। सरकार को विपक्ष का पूरा समर्थन है -…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2025
दीपेंद्र बोले- राहुल गांधी ने परिवार से एकांत में बातचीत की
रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि राहुल गांधी ने विनय नरवाल को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद एकांत में परिवार से बातचीत की। राहुल ने परिवार को ढांढस बंधाया है। हिमांशी की ट्रोलिंग के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि इस विषय पर हमारा या राहुल गांधी का कोई उद्देश्य नहीं है कि हम कोई टिप्पणी करें। हमारा एकमात्र उद्देश्य विनय नरवाल को श्रद्धांजलि देना था।
#WATCH | Karnal, Haryana | Congress MP Deepender Singh Hooda says, "…Rahul Gandhi met and consoled the family members… Our only objective was to pay tribute to Vinay Narwal." https://t.co/44uuz60Ysz pic.twitter.com/giaEnN6XSi
— ANI (@ANI) May 6, 2025
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने की हत्या
लेफ्टिनेंट नरवाल की 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने हत्या कर दी थी। शादी के 7वें दिन ही आतंकियों ने पत्नी हिमांशी के सामने उन्हें 3 गोलियां मारी थीं। लेफ्टिनेंट नरवाल की पत्नी हिमांशी ही वह महिला थीं, जिसने सबसे पहले खुलासा किया कि आतंकियों ने नाम पूछकर टूरिस्टों को गोली मारी। इस हमले में 26 टूरिस्टों की मौत हुई थी।
हिमांशी बोलीं- कश्मीरियों-मुस्लिमों के खिलाफ न जाएं
लेफ्टिनेंट की हत्या के बदले को लेकर पत्नी हिमांशी ने मुस्लिम और कश्मीरियों के खिलाफ नफरत भरे बयानों पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि ये सही नहीं है। हमें न्याय चाहिए। जिन लोगों ने गलत किया उनको सजा मिलनी चाहिए।
विनय के परिवार को 50 लाख और सरकारी नौकरी
वहीं, हरियाणा सरकार ने कल (5 मई) की कैबिनेट मीटिंग में लेफ्टिनेंट नरवाल के परिवार को 50 लाख की वित्तीय मदद और एक मेंबर को सरकारी नौकरी को मंजूरी दे दी।