नई दिल्ली: भाजपा सांसद कंगना रनौत को किसान आंदोलन को लेकर बयान देना भारी पड़ गया है। भाजपा ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया है और इसके साथ कंगना को सख्त निर्देश भी जारी किया है। भाजपा ने साफ शब्दों में कहा है कि कंगना रनौत का किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान पार्टी का मत नहीं है। भाजपा कंगना के बयान से असहमति व्यक्त करती है।
भाजपा ने कंगना को दिया कड़ा निर्देश
भारतीय जनता पार्टी ने जारी किए गए नोटिस में कहा है कि पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं। भाजपा की ओर से कंगना को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।
The statement made by BJP MP Kangana Ranaut in the context of the farmers' movement is not the opinion of the party. BJP disagrees with the statement made by Kangana Ranaut. On behalf of the party, Kangana Ranaut is neither permitted nor authorised to make statements on party… pic.twitter.com/DXuzl3DqDq
— ANI (@ANI) August 26, 2024
क्या था कंगना का बयान?
दरअसल, कंगना रनौत का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कंगना ने कहा था कि जो किसान आंदोलन हुआ वहां लाशे लटक रही थी, वहां रेप हो रहे थे। किसान बिल को वापस ले लिया गया जिससे देश चौंक गया। ये बहुत लंबी प्लानिंग थी जैसे बांग्लादेश में हुआ। चीन और अमेरिका इस तरह की विदेश शक्तियां यहां काम कर रही हैं। कंगना ने कहा था कि अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो जो बांग्लादेश में हुआ वो यहां होते देऱ नहीं लगती।