Adjournment of Parliament: लगातार चौथी बार संसद के स्थगित होने पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि आखिर ऐसा क्या है जो सरकार स्थगन का विरोध नहीं कर रही है। सरकार क्यों अदाणी मुद्दे को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया के राजनीतिक दलों की आक्रामकता बढ़ा रही है। दरअसल 25 नवंबर से शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र लगातार चल नहीं पा रहा है। राज्यसभा और लोकसभा में अदाणी पर लगे आरोपों और संभल हिंसा को लेकर लगातार विपक्ष का हंगामा जारी है। इसके चलते शु्क्रवार को भी लगातार चौथी बार संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इसके तुरंत बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए।
कांग्रेस महासचिव ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि अदाणी मुद्दे को लेकर संसद में एक और दिन कार्यवाही नहीं हो सकी। आज भी दोनों सदनों की कार्यवाही कुछ ही मिनटों में स्थगित कर दी गई। सबसे बड़ा रहस्य यह है कि सरकार स्थगन का विरोध क्यों नहीं कर रही है? सरकार इस मामले में भारतीय दलों की आक्रामकता को बढ़ावा दे रही है। जाहिर है कि सरकार के पास बचाव और क्षमा मांगने के लिए बहुत कुछ है।
Yet another day of a washout in the Parliament on the Modani issue. Both Houses got adjourned today after only a few minutes. The big mystery is why the Govt is not resisting the adjournments. On the contrary, the Govt is facilitating the aggression of the INDIA parties on Modani…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 29, 2024
इससे पहले विपक्षी सांसदों ने अदाणी समूह पर लगे आरोपों, मणिपुर और संभल हिंसा को लेकर दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। अब सदन सोमवार को शुरू होगा। इससे पहले राज्यसभा में नियम नंबर 267 के तहत 17 स्थगन प्रस्ताव सभापति जगदीप धनखड़ को मिले। इस पर धनखड़ ने कहा कि वह सभी प्रस्तावों को खारिज कर रहे है। इसे लेकर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सभापति ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और कहा कि नियम नंबर 267 तबाही का हथियार बन गया है। इससे देश की जनता और देश का भारी नुकसान हो रहा है।
ओम बिरला ने की संसद चलने देने की अपील
विपक्षी सांसदों के हंगामे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से संसद चलने देने की अपील की। ओम बिरला ने कहा कि ‘देश की जनता भी चाहती है कि संसद में कामकाज हो, सदन आपका है।’ हालांकि विपक्षी सांसदों पर इस अपील का कोई फर्क नहीं पड़ा। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।