नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। पीएम मोदी के लगातार तीसरी बार शपथ लेने से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नवनिर्वाचित सांसद कैबिनेट मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए आज अहम बैठक होगी जिसमें तय होगा कि कौन-कौन मंत्री पद की शपथ लेगा। रविवार की शाम 7.15 पर पीएम मोदी और उनकी नई कैबिनेट के सदस्यों का शपथ समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया है। बता दें कि कांग्रेस के दिग्गज नेता जवाहरलाल नेहरू के बाद पीएम मोदी दूसरे ऐसे प्रधानमत्री होंगे जो तीसरी बाद पीएम पद की शपथ लेंगे।
एनडीए की आज की बैठक है अहम
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने 240 सीटें जीतीं, लेकिन बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें पीछे रह गईं। अब चुनाव में बहुमत से दूर भाजपा चार सहयोगियों के समर्थन से एनडीए गठबंधन की सरकार बनाने जा रही है। वे चार प्रमुख पार्टियां हैं एन चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी, जिसने 16 सीटें जीती हैं, नीतीश कुमार की जेडीयू, जिसने 12 सीटें जीती हैं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, जिसने 7 सीटें जीती हैं और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास, जिसने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है। शनिवार की एनडीए की बैठक में ये तय हो जाएगा कि किस सहयोगी को कितनी कैबिनेट की सीटें मिल सकती हैं।
नीतीश और नायडू बने किंगमेकर
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू के नीतीश कुमार दोनों ही भाजपा नीत एनडीए के लिए किंगमेकर बनकर उभरे हैं और दोनों नेताओं ने शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से नरेंद्र मोदी को गठबंधन के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुनने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। पता चला है कि उन्होंने इन अटकलों के बीच पीएम मोदी को लिखित समर्थन भी दिया है कि विपक्षी नेता दावा पेश करने के लिए उनसे संपर्क कर सकते हैं।
भाजपा से क्या हुई डील
अब देखना ये होगा कि भाजपा और उसके दो प्रमुख सहयोगियों – टीडीपी और जेडी (यू) के बीच क्या बातचीत और कैबिनेट मंत्री पद के लिए क्या डील हुई है। समर्थन देने वाली चारों राजनीतिक पार्टियां केंद्र में प्रमुख पदों के लिए लगातार प्रयास कर रहीं हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का शिवसेना गुट और चिराग पासवान की एलजेपी भी प्रमुख मंत्री पद की मांग कर रहे हैं।
विपक्षी इंडिया गठबंधन भी है मजबूत
इस बीच, इंडिया गठबंधन ने इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी चुनौती दी और सभी एग्जिट पोल को खारिज कर शानदार जीत हासिल की। विपक्ष 2014 में ‘मोदी लहर’ के सत्ता में आने के बाद पहली बार इतना मजबूत दिखा है। विपक्षी गठबंधन को कुल 232 सीटों पर जीत मिली। लेकिन वो भी बहुमत से बहुत पीछे रह गई, यानी- 272 में से 40 सीटें कम। इस लोकसभा चुनाव में विपक्षी गुट इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस ने 328 सीटों पर चुनाव लड़ा और 99 सीटों पर जीत हासिल की है।