वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। सोमवार को अमेरिका से अवैध अप्रवासियों को लेकर एक सैन्य विमान भारत के लिए रवाना हुआ। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यूएस एयरफोर्स का C-17 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट अवैध अप्रवासियों को लेकर भारत के लिए उड़ान भर चुका है। इसे पहुंचने में कम से कम 24 घंटे लगेंगे। विमान के उड़ान भरने का समय भी नहीं बताया।
वहीं, एनडीटीवी के अनुसार इस एयरक्राफ्ट में 205 लोग सवार हैं। इन सभी की पहचान कर ली गई है। इस पूरी प्रकिया में भारत भी शामिल रहा। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन करने का वादा किया था। इसके बाद इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इन्फोर्समेंट (ICE) ने 15 लाख अवैध अप्रवासियों की लिस्ट तैयार की, जिसमें 18,000 भारतीय भी हैं।
11 दिन में 1700 अवैध अप्रवासी भारतीय हिरासत में
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के पहले 11 दिन में ही 25 हजार से ज्यादा अवैध अप्रवासी हिरासत में लिए गए। ट्रंप की आइस टीम (इमिग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट) ने 12 राज्यों में छापे मारे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकतर छापे की कार्रवाई रिपब्लिकन राज्यों में हुई हैं। इनमें 1700 अवैध अप्रवासी भारतीयों को हिरासत में लिया गया।
इस दौरान मेक्सिको बॉर्डर से घुसपैठ की घटनाएं 94 फीसदी तक घटी हैं। बाइडेन के कार्यकाल में इस साल 1 जनवरी से 19 जनवरी के बीच हर दिन घुसपैठ की औसतन 2087 घटनाएं हुईं, जबकि ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद 20 जनवरी से 31 जनवरी तक यह आंकड़ा 126 पर आ गया।
अमेरिका में 7.25 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी
प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी रहते हैं। यह आंकड़ा अवैध प्रवासियों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। पहले स्थान पर मेक्सिको और दूसरे पर अल साल्वाडोर के अप्रवासी हैं। पिछले महीने भारत सरकार ने कहा था कि अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे भारतीय नागरिकों को वापस लेने के मामले में भारत हमेशा तैयार रहा है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि भारत यह जांच कर रहा है कि अमेरिका में कितने भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं और इन्हें वापस भेजा जा सकता है या नहीं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इस तरह के लोगों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं लगाया जा सका है।