उत्तर प्रदेश

बदलेगी लखनऊ के पर्यटन स्थलों की तस्वीर, पर्यटन विभाग ने कमान संभाली

  • -पांच करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृति

संवाददाता

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग लखनऊ स्थित चार पर्यटन स्थलों के विकास करने का निर्णय लिया है। इसके लिए लगभग पांच करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृति की गयी है। इसमें से तीन करोड़ रूपये की धनराशि जारी कर दी गयी है। पर्यटन स्थलों के विकास का कार्य शीघ्र प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इसका मुख्य उद्देश्य इन पर्यटन स्थलों की ओर श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को आकर्षित करना है। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है। देश-दुनिया से बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। नवाबों के शहर के नाम से विख्यात लखनऊ आगंतुकों को खूब आकर्षित करता है। वर्ष 2024 में जनवरी से सितंबर तक यहां लगभग 57 लाख पर्यटक आए, जिसमें 13,081 विदेशी पर्यटक थे। लखनऊ के ऐतिहासिक, धार्मिक और आध्यात्मिक स्थलों के साथ-साथ यहां का हस्तशिल्प, कला, खान-पान सैलानियों को खूब लुभाता है।

पर्यटन स्थलों का निरंतर विकास कर रहा विभाग: मंत्री

जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग लखनऊ के पर्यटन स्थलों का निरंतर विकास कर रहा है, ताकि दुनियाभर से आने वाले पर्यटक विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें। इसी क्रम में सरोजनीनगर में सई नदी के तट पर लगभग दो करोड़ रुपए से घाट का निर्माण किया जाएगा। यहां सीढ़ियां, सोलर लाइटिंग, बेंच और पाथवे का निर्माण किया जाएगा। ताकि यहां आने वाले पर्यटक भ्रमण के साथ कुछ समय गुजार कर आनंद ले सकें। पर्यटन मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार सदर तहसील स्थित राज्य संरक्षित बड़ा शिवाला सिद्धनाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास कार्य होगा। इसके लिए लगभग एक करोड़ दो लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं, जिसमें 60 लाख रुपए जारी किए जा चुके हैं। स्वीकृत धनराशि से दो यात्री विश्राम गृह, साइनेज, बेंच, शौचालय आदि सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसी तरह विधानसभा क्षेत्र लखनऊ उत्तर स्थित नानक साही मठ का पर्यटन विकास कराया जाएगा। इसके लिए लगभग एक करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें 60 लाख रुपए जारी किए जा चुके हैं। स्वीकृति राशि से सोलर लाइटिंग, हॉर्टिकल्चर, बेंच, साइनेज, गजीबो सहित अन्य निर्माण कार्य कराए जाएंगे।

धार्मिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का हो रहा विकास

पर्यटन मंत्री ने बताया कि उमरिया ग्राम में शहीद राजा दिग्विजय सिंह स्मारक का पर्यटन विकास कराया जाएगा। इस योजना के लिए भी लगभग एक करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं, जिसमें 55 लाख रुपए की धनराशि जारी की जा चुकी है। स्वीकृत राशि से रेलिंग, पहुंच मार्ग, प्रकाश व्यवस्था, साइनेज, हाई मास्क लाइटें, जल निकासी की व्यवस्था, तालाब का निर्माण, बेंच, बच्चों के लिए पार्क, तालाब का निर्माण, गोमती नगरी पर घाट का विकास कराया जाएगा। विकास कार्य पूर्ण होने के बाद पर्यटकों और श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी। इसी तरह प्रदेश के अन्य धार्मिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का पर्यटन विकास कराया जा रहा है, ताकि यहां आने वाले पर्यटक विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें।

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