नई दिल्ली: संसद के शाीतकालीन सत्र का बुधवार (11 दिसंबर) को 12वां दिन है। संसद परिसर में विपक्षी सांसद तिरंगा, फूल लेकर पहुंचे और एनडीए सांसदों को दिए। वहीं, राज्यसभा में सभापति के खिलाफ लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामा हुआ।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में कहा कि 72 साल बाद किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बना, ऐसा सभापति मिलना मुश्किल है। विपक्ष ने सदन की गरिमा दिखाई है। जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस के बीच रिश्ता क्या है, उन्हें ये बताया चाहिए? कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए।
धनखड़ के खिलाफ पेश किया था अविश्वास प्रस्ताव
11 दिसंबर को विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी पीसी मोदी को धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। इस नोटिस में कांग्रेस, TMC, AAP, सपा, DMK, CPI, CPI-M और RJD समेत विपक्षी पार्टियों के 60 सांसदों के दस्तखत हैं।
विपक्ष का आरोप है कि राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन चलाते हैं और विपक्ष को बोलने नहीं देते। प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि हम जो प्रदर्शन कर रहे हैं, वो बाहर कर रहे हैं। हम रोज कोशिश करते हैं, लेकिन वे (सरकार) चर्चा नहीं चाहते। रोज किसी न किसी बहाने सदन को स्थगित करा रहे हैं।
रिजिजू बोले थे- राहुल के अलावा सभी सांसद चर्चा चाहते हैं
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कोई भी मुद्दे हों, हम सदन की कार्यवाही बाधित नहीं करेंगे। सपा, TMC और कांग्रेस समेत कई पार्टियों के सांसद मेरे पास आए थे। कांग्रेस राज्यसभा में चर्चा करना चाहती है, सिर्फ राहुल गांधी कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेना चाहते। शायद उनका संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।