अयोध्या: दीपावली से एक दिन पहले रामनगरी अयोध्या दीयों से जगमग हो गई। 25 लाख 12 हजार 585 दीपक जलाकर नया रिकॉर्ड बनाया गया। साथ ही 1 हजार 121 बटुकों ने एक साथ पवित्र सलिला सरयू की आरती कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम ने इसकी घोषणा की। इस अवार्ड को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रहण किया। याद हो कि पिछले साल 22 लाख दीये जलाए गए थे।
इससे पहले भगवान श्रीराम, सीता माता और लक्ष्मण जी पुष्पक विमान से पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी ने उनका स्वागत किया। भगवान रथ पर सवार हुए। सीएम ने राम रथ खींचा। प्रभु राम को रामकथा पार्क लाया गया। यहां योगी ने राम की आरती उतारी और राज तिलक किया। भगवान राम के स्वागत में जगह-जगह कलाकार नृत्य करते नजर आए। रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां सड़कों पर निकाली गईं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसमें करीब 3 लाख लोग शामिल हुए, जिनमें करीब 2 लाख लोग पहली बार अयोध्या आए।
मनुष्यता, मर्यादा, सद्भावना, अंत्योदय, आत्मीयता, समन्वय और सहकार की अगणित दीपशिखाओं से दीप्त धर्मधरा श्री अयोध्या धाम में पावन दीपोत्सव पूर्ण गरिमा के साथ संपन्न हुआ।
मानवीय मूल्यों के उत्थान के जनोत्सव 'दीपोत्सव' के सफल आयोजन हेतु अपना आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्रदान करने वाले… pic.twitter.com/O5zlDa1jOp
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 30, 2024
मानवता का बैरियर बनने वाले की दुर्गति तय: मुख्यमंत्री
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि ये दीप जो आपके द्वारा जलाए जाएंगे, वो केवल दीप नहीं हैं, ये सनातन धर्म का विश्वास है। अयोध्यावासियों को आगे आना होगा। अयोध्या जैसी मथुरा-काशी दिखनी चाहिए। सनातन धर्म ने कभी किसी का अहित नहीं किया, सबको गले से लगाया। जो भी मानवता के मार्ग में बैरियर बनेगा, उसकी वही दुर्गति होनी है, जो यूपी के माफियाओं की हुई।
500 वर्षों के उपरांत हम सबके आराध्य प्रभु श्री रामलला के अपने भव्य मंदिर में पुनः विराजमान होने के पश्चात यह प्रथम दीपोत्सव है।
अद्भुत-अलौकिक आभा से दीप्त श्री अयोध्या धाम का यह दिव्य-भव्य स्वरूप हम सभी को त्रेतायुग की अनुभूति करा रहा है।
आज अयोध्या हर्षित है, संपूर्ण भारत… pic.twitter.com/el2n9bX4na
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 30, 2024
केंद्रीय मंत्री ने कहा- राम मंदिर के निर्माण से भारत का सूर्य फिर उदय हुआ
वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 1528 में मीर बाकी ने भगवान राम के मंदिर को तोड़ा, तब से भारत के सौभाग्य का सूर्य अस्त हो गया। तब से लेकर हम निरंतर पतन के रास्ते पर चलते हुए उस मुकाम पर आ गए थे कि भारत की पहचान पूरे विश्व में भूली-बिसरी हो गई थी। राम मंदिर के निर्माण से भारत का सूर्य फिर उदय हो गया है।