लखनऊ: जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट के बाद बुधवार (9 अक्टूबर) को बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा कि देश में इस बार 18वीं लोकसभा के चुनाव में खासकर कांग्रेस के I.N.D.I.A. गठबंधन ने ‘संविधान बचाओ और आरक्षण बचाओ’ आदि का हथकंडा इस्तेमाल किया। उन्होंने इसकी आड़ में देश के विशेषकर भोले-भाले एससी, एसटी और ओबीसी लोगों को गुमराह किया और उनका वोट लेकर अपने गठबंधन को मजबूत बना लिया है। इससे हमारी जैसी और पार्टियों को भी काफी नुकसान हुआ है।
मायावती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में हमारी पार्टी इनके और भी हथकंडों और षड्यंत्रों से अपने लोगों को बाहर नहीं निकाल पाई। इससे पार्टी को इन चुनावों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अब हमें अपनी विशेष रणनीति बनानी होगी। हमे पहले की तरह बीच-बीच में कैडर के जरिए इनके ऐसे सभी हथकंडों और षड्यंत्रों से लोगों को सावधान करते रहना जरूरी है। तभी हमारी पार्टी आगे चलकर दोबारा बेहतर स्थिति में आ सकती है।
हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 54 दिन की चुनावी कशमकश के नतीजे मंगलवार (8 अक्टूबर) को आए। दोनों राज्यों में 90 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 46। हरियाणा में भाजपा 48 सीटें जीतकर रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। राज्य में अब तक किसी राजनीतिक दल ने लगातार 3 बार सरकार नहीं बनाई है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है। कांग्रेस-NC गठबंधन ने 48 सीटें हासिल कीं। भाजपा 29 सीटों पर जीती। 15 साल पहले 2009 में भी कांग्रेस और एनसी गठबंधन की सरकार बनी थी। तब उमर 38 साल के थे और राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने थे।