नई दिल्ली: केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 413 हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि 150 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं. इस बीच विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है.
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि वायनाड में भीषण त्रासदी हुई है. वे कुछ दिन पहले अपनी बहन के साथ वायनाड गए थे और इस त्रासदी से उत्पन्न तबाही, दर्द और पीड़ा को उन्होंने अपनी आंखों से प्रत्यक्ष रूप से देखा. उन्होंने कहा, वहां पर पहाड़ का लगभग दो किलोमीटर का हिस्सा पूरा गिर गया है. सैकड़ों लोग मारे गए हैं, और कई लापता हैं. हालांकि अंततः हताहतों की संख्या चार सौ से अधिक होने की आशंका है.
‘पड़ोसी सरकारें भी कर रहीं पीडितों की मदद’
उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में जुटी एजेंसियों की सराहना करते हुए कहा कि वहां पर केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सेना, एनडीआरफ सहित अन्य कई एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्य कर रही हैं. कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना की राज्य सरकार भी सहायता कर रही है. सभी लोग वहां के प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं. यह देखकर अच्छा लगा कि सभी समुदाय एक साथ आए और मदद की.
लोगों के पुनर्वास के लिए समग्र योजना बने: कांग्रेस नेता
राहुल गांधी ने कहा कि प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए समग्र योजना बनाने की जरूरत है. केंद्र सरकार एक व्यापक पुनर्वास पैकेज प्रदान करे और साथ ही पीड़ित लोगों के लिए घोषित मुआवजे की राशि को भी बढ़ाए. उन्होंने केंद्र सरकार से वायनाड त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की भी मांग की.
‘वायनाडवासियों का साथ देने के लिए पूरे सदन को धन्यवाद’
राहुल गांधी ने इसे बहुत ही भीषण त्रासदी बताते हुए कहा कि यह आपदा इतनी भयावह थी कि कई परिवार में सिर्फ एक ही व्यक्ति बचा है. यह बहुत बड़ी त्रासदी है, रेस्क्यू टीम को भी प्रभावित इलाकों में पहुंचने में दिक्कत हो रही है. उन्होंने वायनाड के लोगों का साथ देने के लिए पूरे सदन को भी धन्यवाद कहा.
वायनाड से लोकसभा के सांसद रह चुके हैं राहुल गांधी
आपको बता दें कि राहुल गांधी वायनाड से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वे केरल के वायनाड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा का चुनाव जीते थे लेकिन बाद में उन्होंने वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था.