ढाका: बांग्लादेश में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे है। बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका छोड़ दिया है। हसीना किसी सुरक्षित स्थान के लिए निकली हैं। इस बीच ढाका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारियों ने कई अहम रास्तों पर भी कब्जा कर लिया है। इंटरनेट को पूरी तरह बंद दिया गया है। इस बीच मुख्य विपक्षी पार्टी BNP के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए हैं, जो सत्तारूढ़ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं।
ढाका में स्थिति अत्यधिक संवेदनशील
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर एएनआई से कहा “हिंसा भड़कने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका में अपना सरकारी आवास छोड़ दिया है। वर्तमान में उनका ठिकाना अज्ञात है। ढाका में स्थिति अत्यधिक संवेदनशील है और प्रधानमंत्री के आवास पर भीड़ ने कब्जा कर लिया है।”
साथ हैं छोटी बहन
बांग्लादेश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार को दोपहर करीब 2:30 बजे एक सैन्य हेलीकॉप्टर से बंगाभवन से अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ “सुरक्षित स्थान” के लिए रवाना हुई हैं।
भारत–बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी
बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के डीजी भी कोलकाता पहुंच गए हैं।
अंतरिम सरकार चलाएगी देश
रॉयटर्स के अनुसार बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा, “प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। देश को अंतरिम सरकार चलाएगी।” आर्मी चीफ ने कहा, ‘आपकी मांगें हम पूरी करेंगे, तोड़फोड़ से दूर रहें। आप लोग हमारे साथ चलेंगे तो हम स्थिति बदल देंगे। मारपीट अराजकता संघर्ष से दूर रहिए। हमने सभी पार्टी के नेताओं से बात की है।
300 से अधिक लोगों की मौत
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों और हसीना के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़पें हुई हैं। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। इन झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। झड़पें रविवार की सुबह हुईं जब प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के परचम तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।