Paris Olympics: अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने भारत के अमित रोहिदास पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया है, जिससे वह मंगलवार को जर्मनी के खिलाफ होने वाले पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल मुकाबले में नहीं खेल सकेंगे। रोहिदास को रविवार को ब्रिटेन के खिलाफ खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में रेड कार्ड दिखाया गया था, जिस कारण वह दूसरे क्वार्टर से ही मैदान से बाहर चले गए थे। भारतीय हॉकी टीम ने ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
मैच के 17वें मिनट में रोहिदास की हॉकी स्टिक ब्रिटेन के एक खिलाड़ी के सिर पर लगी, लेकिन रेफरी ने इसे जानबूझकर किया गया कृत्य माना और उन्हें पूरे मैच से बाहर कर दिया। इस तरह भारतीय टीम करीब 42 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेली। हालांकि, हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम ने हार नहीं मानी और ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया।
हॉकी महासंघ का बयान
एफआईएच ने आधिकारिक बयान ने कहा, भारत और ब्रिटेन के बीच चार अगस्त को खेले गए मैच के दौरान अमित रोहिदास को एफआईएच आचार संहिता के उल्लंघन के लिए एक मैच के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबन का असर मैच नंबर 35 (जर्मनी के खिलाफ भारत का सेमीफाइनल मैच) पर पड़ेगा, जिसमें अमित रोहिदास भाग नहीं लेंगे और भारत केवल 15 खिलाड़ियों की टीम के साथ खेलेगा।
हालांकि, हॉकी इंडिया ने पेरिस ओलंपिक की हॉकी स्पर्धा में आधिकारिक तौर पर अंपायरिंग की गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त की। यह शिकायत भारत और ब्रिटेन के बीच क्वार्टर फाइनल मैच से संबंधित थी जिसमें अंपायरिंग के कई फैसलों ने मैच के परिणाम को प्रभावित किया। इस शिकायत में हॉकी इंडिया ने तीन अहम बिंदुओं में रोहिदास को रेड कार्ड दिखाए जाने के संबंध में असंगत वीडियो अंपायर समीक्षा प्रणाली का जिक्र किया, साथ ही शूटआउट के दौरान गोलकीपर को कोचिंग और गोलकीपर द्वारा वीडियो टेबलेट के इस्तेमाल पर भी सवाल उठाए।
हॉकी इंडिया ने फैसले को दी चुनौती
एफआईएच ने बयान जारी कर रोहिदास पर एक मैच का प्रतिबंध लगाने की पुष्टि की। हालांकि, हॉकी इंडिया ने महासंघ के फैसले को चुनौती दी है, लेकिन मौजूदा परिस्थिति में रोहिदास के सेमीफाइनल मैच में खेलने पर संशय है। माना जा रहा है कि एफआईएच इस अपील पर सोमवार को सुनवाई करेगा और अपना जवाब दाखिल करेगा।