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राष्ट्रपति मुर्मू ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, उत्‍तराखंड सीएम ने भी किया संगम स्‍नान

राष्ट्रपति मुर्मू ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, उत्‍तराखंड सीएम ने भी किया संगम स्‍नान

प्रयागराज: संगम नगरी में आयोजित महाकुंभ का सोमवार (10 फरवरी) को 29वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ पहुंचीं। उन्होंने संगम में तीन डुबकी लगाईं। भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। स्नान से पहले मां गंगा को पुष्प अर्पित किए। गंगा पूजन और आरती की। अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया। राष्ट्रपति के साथ सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, उत्‍तराखंड सीएम ने भी किया संगम स्‍नान

राष्ट्रपति मुर्मू ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, उत्‍तराखंड सीएम ने भी किया संगम स्‍नान

इससे पहले राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। यहां राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी ने स्वागत किया। वहां से अरैल पहुंचीं, फिर बोट से संगम पहुंचीं और स्नान किया। राष्ट्रपति शाम चार बजे तक प्रयागराज में रहेंगी। द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने महाकुंभ में स्नान किया। इससे पहले सन् 1954 में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में स्नान किया था।

सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने भी किया स्‍नान

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाई। भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। उन्‍होंने पोस्‍ट कर लिखा- पतितपावनी माँ गंगा, माँ यमुना एवं माँ सरस्वती के परमपवित्र दिव्य त्रिवेणी संगम में महाकुंभ-2025 के अलौकिक एवं पुण्यदायी कालखंड में सपरिवार स्नान का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अविस्मरणीय क्षण में पवित्र जलराशि से अभिसिक्त होकर आध्यात्मिक शुद्धि एवं दिव्यता का अद्वितीय अनुभव प्राप्त हुआ। तीर्थराज प्रयाग की पुनीत धरा पर ईश्वर से समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि एवं राज्य की उन्नति के लिए प्रार्थना की।

उन्‍होंने आगे लिखा- महाकुंभ शताब्दियों से अपनी अक्षुण्णता बनाए रखते हुए सनातन धर्म की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्ता के माध्यम से कोटि जनों को धर्म व संस्कृति से जोड़ता आ रहा है। यह केवल आध्यात्मिक चेतना ही नहीं अपितु राष्ट्रीय एकता, अखंडता और विश्व बंधुत्व का प्रतीक है जो मानवता को नैतिक मूल्यों एवं विश्व मंगल की ओर प्रेरित करता है।

सीएम धामी ने मां को भी कराया स्‍नान

सीएम पुष्‍कर धामी ने अपनी एक अन्‍य पोस्‍ट में लिखा- आज प्रयागराज महाकुंभ में त्रिवेणी संगम के पुण्य सलिल में माता जी को स्नान कराने का सौभाग्य मिला। यह मेरे जीवन के उन अमूल्य और भावुक क्षणों में से एक है, जिन्हें शब्दों में पिरोना संभव नहीं। वेदों, शास्त्रों और पुराणों में उल्लेखित है कि कोई भी जीव माता के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकता क्योंकि माता ही वह प्रथम स्रोत हैं, जिनसे हमारा अस्तित्व जुड़ा हुआ है। माता का स्नेह अनंत, उनकी ममता अपरिमेय और उनका आशीर्वाद अक्षुण्ण होता है। इस दिव्य क्षण में अनुभव हुआ कि माँ केवल जन्मदात्री ही नहीं अपितु सजीव तीर्थ हैं जिनकी सेवा और सम्मान से जीवन के समस्त पुण्य फलीभूत होते हैं। यह भावपूर्ण क्षण मेरे लिए सनातन संस्कृति, परंपरा और मातृभक्ति का सजीव स्वरूप बनकर हृदयपटल पर सदैव अंकित रहेगा।

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