नई दिल्ली/लखनऊ: केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) का प्रचार अब अंतिम चरण में है। मतदान से पहले बचे सात दिनों में सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस तीनों दलों के बड़े नेता और स्टार प्रचारक दिल्ली के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं।
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की चुनावी कमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संभाल रखी है। मंगलवार यानी 28 जनवरी को केजरीवाल नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के घोंडा और करावल नगर विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं करेंगे। घोंडा में अरविंद केजरीवाल की रैली पर खास नजर होगी, क्योंकि यहां 29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली प्रस्तावित है। करावल नगर सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार कपिल मिश्रा मैदान में हैं, जो कभी आम आदमी पार्टी के विधायक रह चुके हैं।
भगवंत मान भी करेंगे प्रचार
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी आप के लिए प्रचार में जुटे हुए हैं। आज वे सिख बहुल विधानसभा सीटों जैसे विश्वास नगर, गांधीनगर और जंगपुरा में प्रचार करेंगे। जंगपुरा से दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आप के उम्मीदवार हैं। इसके अलावा राज्यसभा सांसद संजय सिंह और क्रिकेटर हरभजन सिंह भी आप के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते नजर आएंगे।
अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की रैलियां
बीजेपी ने आज दिल्ली में लगभग 40 रैलियों का आयोजन किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दक्षिणी दिल्ली के कस्तूरबा नगर, कालकाजी और बदरपुर विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां और रोड शो करेंगे। कालकाजी सीट पर बीजेपी के रमेश बिधूड़ी, आम आदमी पार्टी की आतिशी और कांग्रेस की अलका लांबा के बीच मुकाबला है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज तीन जनसभाएं करेंगे। वे मंगोलपुरी, विकासपुरी और राजेंद्र नगर में बीजेपी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अन्य राज्यों के बड़े नेता भी बीजेपी के पक्ष में प्रचार में जुटे हैं।
कांग्रेस भी मैदान में
दूसरी ओर कांग्रेस भी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बड़े नेताओं को मैदान में उतार रही है। हालांकि, कांग्रेस का प्रचार अपेक्षाकृत धीमा नजर आ रहा है, लेकिन पार्टी सीनियर नेताओं की रैलियों और सभाओं से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली में चुनाव प्रचार का अंतिम सप्ताह सभी दलों के लिए निर्णायक है। जहां आम आदमी पार्टी अपनी सत्ता बचाने के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं बीजेपी और कांग्रेस इस मौके को भुनाने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। आने वाले दिनों में बड़े नेताओं की रैलियां और रोड शो दिल्ली के राजनीतिक माहौल को और गर्म कर देंगे।