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प्लान तैयार, उपचुनाव में RSS निभाएगी अहम भूमिका, गांव गांव जाएंगे स्वयं सेवक

प्लान तैयार, उपचुनाव में RSS निभाएगी अहम भूमिका, गांव गांव जाएंगे स्वयं सेवक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर हुई बैठक में विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। इस बैठक में सरकार, संगठन और संघ तीनों के ही नेता मौजूद थे। इस बैठक में यह तय हुआ कि 10 विधानसभा सीटों में होने वाले उप चुनाव में भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का भी बड़ा रोल रहेगा। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके सहयोगी संगठन के कार्यकर्ता अभी से गांव-गांव जाएंगे, वे घर घर जाकर वोटर्स से बात करेंगे।

विपक्ष ने आरक्षण को लेकर फैलाया भ्रम, दूर करने की जरूरत

बैठक में यह भी कहा गया कि जिस तरह आरक्षण और संविधान को लेकर विपक्ष ने लोकसभा चुनाव में मतदाताओं के बीच जो भ्रम फैलाया है उसे दूर करना बहुत ज़रूरी है। संघ कार्यकर्ता वोटर तक सच्चाई को पहुंचाने में जुटेंगे। बैठक में इस बात की भी चर्चा हुई कि दूसरी पार्टी से आए लोगों को बड़ा पद देने से पार्टी में नाराजगी है। इस नाराज़गी को दूर करने के लिए पार्टी और संघ के पुराने कार्यकर्ताओं का खास ध्यान रखा जाएगा और उन्हें  निगमों और आयोग में प्राथमिकता से जगह दी जाएगी।

दरअसल, बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर बड़ी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उत्तर प्रदेश के विकास और चुनाव की तैयारी को लेकर भी चर्चा हुई है। संघ के बड़े पदाधिकारी, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री, दोनों डिप्टी सीएम समेत बड़े पदाधिकारी बैठक में मौजूद थे।

संगठन और सरकार के बीच समन्वय पर जोर

बैठक में निगम आयोग और बोर्ड में भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं को समायोजित करने पर चर्चा हुई है। उपचुनाव में कैसे बेहतर प्रदर्शन करना है, कौन कैंडिडेट बेहतर हो सकता है, भाजपा के सदस्यता अभियान को कैसे गति देनी है जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई है। बैठक में बीजेपी के आगामी कार्यक्रमों को लेकर और संगठन और सरकार के बीच तमाम मुद्दों पर समन्वय बनाकर कार्य करने को लेकर भी चर्चा की गई है।

आरएसएस, संगठन और सरकार के बीच बैठकों में कमी

पहले उत्तर प्रदेश में लगभग हर एक दो महीने में आरएसएस, संगठन और सरकार के बीच समन्वय बैठक होती थी। लेकिन लंबे समय से ऐसी बैठकों में काफी कमी आ गई है। इन बैठकों में काफी हद तक जमीनी हकीकत का पता चलता था और जो कमियां होती थीं, सरकार उन्हें दूर करने की कोशिश करती थी। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की एक बड़ी वजह संघ, संगठन और योगी सरकार में समन्वय की कमी रही। सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक में तय हुआ कि एक बार फिर से ऐसी बैठकों का दौर शुरू होगा। जनता में बीजेपी और योगी सरकार की छवि बेहतर करने के लिए संघ भी जुटेगा। बीजेपी का सदस्यता अभियान हो या पार्टी का कोई और कार्यक्रम सबमें संघ को भी शामिल किया जाएगा, जैसा पहले होता था।

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