लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रमुख व सांसद अखिलेश यादव ने महाकुंभ में संगम स्नान कर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही उन्होंने महाकुम्भ में एक शिविर में स्थापित मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। वहीं, अब इस पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तंज करते हुए कहा कि ‘देर आए दुरुस्त आए’।
रविवार को अखिलेश यादव प्रयागराज पहुंचे थे, जहां उन्होंने संगम में स्नान किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर मुझे संगम स्नान का मौका मिला। ईश्वर से प्रार्थना है कि लोगों के बीच सौहार्द और सद्भावना बनी रहे। अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ एक बड़ा आयोजन है। जब समाजवादी की सरकार थी, उस समय हमने सारे आयोजन किए थे।
सबके नेताजी और अपने पिताजी को महाकुंभ परिसर में श्रद्धा सुमन अर्पण। pic.twitter.com/qy7Yai46D6
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 27, 2025
अखिलेश यादव ने कही थी ये बात
सपा सुप्रीमो अखिलेश ने कहा कि यहां तीन नदियां मिलती हैं- गंगा, यमुना और सरस्वती, जो हमें प्रेरणा देती हैं कि हमें मिलकर रहना चाहिए। लोग यहां बिना प्रचार के अपनी व्यक्तिगत आस्था से आते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा वालों के लिए यही कहना है कि कुम्भ में आएं तो सहनशीलता के साथ स्नान करें, क्योंकि लोग यहां दान-पुण्य के लिए आते हैं, किसी ‘वाटर स्पोर्ट्स’ के लिए नहीं।
महाकुंभ की पुण्य-यात्रा!
महाकुंभ 144 साल में एक बार आता है, वो भी संगम के किनारे ही मतलब जीवन में एक बार और वो भी नदियों के मिलन स्थल पर, इसीलिए इससे ये संकल्प लेना चाहिए कि हमें जो जीवन मिला है वो अलग-अलग दिशाओं से आती हुई धाराओं के मिलन से ही अपना सही अर्थ और मायने पा सकता है।… pic.twitter.com/ml4MJuNNai
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 27, 2025
केशव मौर्य बोले- महाकुंभ में स्नान जरूर करें
वहीं, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ अखिलेश यादव के संग स्नान पर चुटकी ली। उन्होंने लिखा कि सपा प्रमुख देर आए, दुरुस्त आए। हरिद्वार में गंगा स्नान और महाकुंभ स्नान के बाद उम्मीद है कि अब आस्था को चोट पहुंचाने वाले बयानों से बचेंगे। उन्होंने कहा कि ‘महाकुंभ की विशेषता अनेकता में एकता है। जो सपाई और कांग्रेसी अब भी महाकुंभ को लेकर मानसिक और दृष्टि दोष से ग्रसित हैं, वे इलाज कराएं या न कराएं, पर महाकुंभ स्नान जरूर करें।’
अखिलेश यादव जी, देर आए दुरुस्त आए। हरिद्वार में गंगा स्नान और महाकुंभ स्नान के बाद उम्मीद है कि अब आस्था को चोट पहुँचाने वाले बयानों से बचेंगे।
महाकुंभ की विशेषता ‘अनेकता में एकता’ है। जो सपाई और कांग्रेसी अब भी महाकुंभ को लेकर मानसिक और दृष्टि दोष से ग्रसित हैं, वे इलाज कराएं या…— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 26, 2025