नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने छात्राओं के यौन शोषण का आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के मोबाइल से कई महिलाओं की चैट बरामद की है। इसमें पता चला कि वह महिलाओं को आकर्षित करने के लिए उनसे कई वादे करता था। यही नहीं, चैतन्यानंद के फोन में कई एयरहोस्टेस की फोटोज भी मिली हैं। उसने कई महिलाओं की सोशल मीडिया प्रोफाइल फोटो भी सेव करके रखी थीं।
पुलिस ने चैतन्यानंद की दो महिला सहयोगियों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ हो रही है। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। वह पूछताछ में झूठ बोल रहा है। वह पूछे गए प्रश्नों का उत्तर तभी देता है, जब हम उसके सामने सबूत पेश करते हैं।
आगरा से गिरफ्तार हुआ था चैतन्यानंद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह पुलिस से बचने के लिए बिना सीसीटीवी कैमरों वाले सस्ते होटलों में ठहरता था। वह उत्तर प्रदेश के धार्मिक शहरों वृंदावन, मथुरा में भी छिपा रहा। चैतन्यानंद के करीबी उसके लिए होटल चुनते थे। 27 सितंबर को वह आगरा के एक होटल में ठहरा था। 28 सितंबर की सुबह 3:30 बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
छात्राओं से यौन शोषण का आरोप
चैतन्यानंद पर श्री शारदा इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप है। उसके खिलाफ 4 अगस्त को वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। तब वह इंस्टीट्यूट का प्रमुख था। उसे 9 अगस्त को पद से निष्कासित किया गया था। तब से वह फरार था।
दिल्ली पुलिस ने 29 सितंबर को उससे इंस्टीट्यूट की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में पूछताछ की। उसे इंस्टीट्यूट के उस कमरे में ले जाया गया, जहां उस पर छात्राओं को बुलाने का आरोप है। हालांकि, इस दौरान वह न तो जांच में मदद कर रहा था, न ही सवालों का ठीक से जवाब दे रहा था।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निशाना बनाया
पुलिस के मुताबिक, चैतन्यानंद छात्राओं को धमकाकर, अश्लील मैसेज भेजकर और विदेश यात्रा का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था। उसने कई बार स्टूडेंट को देर रात कमरे में बुलाया और कम ग्रेड देने की धमकी दी। जांच के दौरान बरामद वॉट्सएप मैसेज में सामने आया था कि चैतन्यानंद छात्राओं को ‘बेबी’, ‘आई लव यू’, ‘आई अडोर यू’ जैसे मैसेज भेजता था। इसके साथ ही उनके बालों और कपड़ों की भी तारीफ करता था।
पुलिस की जांच में ये भी सामने आया कि तीन महिला वार्डन और फैकल्टी भी आरोपी की मदद करती थीं। वे छात्राओं पर दबाव डालकर चैट्स डिलीट करवातीं और उन्हें चुप रहने के लिए कहती थीं। आरोपी ने EWS कोटे की छात्राओं को टारगेट किया, क्योंकि वे आर्थिक रूप से कमजोर थीं और स्कॉलरशिप पर पढ़ रही थीं। 32 छात्राओं से पूछताछ हुई, जिनमें से 17 ने सीधे यौन उत्पीड़न-मानसिक प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई। अब तक 16 छात्राएं मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा चुकी हैं। यह भी खुलासा हुआ कि कुछ छात्राओं को आरोपी की ओर से विदेश टूर का झांसा भी दिया गया था।