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Budget 2024: 22 जुलाई से बजट सत्र, जानें बजट के दिन किसका सबसे ज्‍यादा बोलने का रिकॉर्ड, किसने कम शब्दों में निपटाई स्पीच?

Budget 2024: 22 जुलाई से बजट सत्र, जानें बजट के दिन किसका सबसे ज्‍यादा बोलने का रिकॉर्ड, किसने कम शब्दों में निपटाई स्पीच?

Budget 2024: संसद का बजट सत्र 22 जुलाई को शुरू हो रहा है और 23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में केंद्रीय बजट पेंश करेंगी। इस बार बजट पेश करने के बाद वित्तमंत्री का नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। वह लगातार 7 बार बजट पेश करने वाली देश की पहली वित्तमंत्री बन जाएंगी। अब तक सबसे ज्यादा छह बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड सीतारमण के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मरोरजी देसाई के नाम है। इस बार सीतारमण पूर्व पीएम देसाई को पीछे छोड़ देंगी।

निर्मला सीतारमण लंबे बजट (Budget 2024) भाषण के लिए भी जानी जातीं हैं। इस साल आम चुनाव होने की वजह से वित्त मंत्री ने 1 फरवरी, 2024 को अंतरिम बजट पेश किया था। तब उनका बजट भाषण 56 मिनट तक चला था। इससे पहले वित्त मंत्री सीतारमण ने 2023-24 के लिए 87 मिनट का बजट भाषण पढ़ा था। 2019 में उनका बजट भाषण 2 घंटे 17 मिनट का था। 2020 में उनका बजट भाषण एक घंटे 50 मिनट का था। 2022 में यह 92 मिनट का था।

किस वित्‍त मंत्री ने दिया सबसे लंबा बजट भाषण? | Budget 2024

निर्मला सीतारमण के ही नाम भारतीय इतिहास में सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने का भी रिकॉर्ड है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का केंद्रीय बजट 2020 का भाषण भारतीय इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण है यह 2 घंटे 40 मिनट तक चला था। इससे दौरान उन्होंने केंद्रीय बजट 2019 पेश करने के 2 घंटे 17 मिनट के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा था। उनसे पहले सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड दिवंगत अरुण जेटली के नाम था। जेटली का 2014 का बजट भाषण 2 घंटे 10 मिनट लंबा था। आइए जानते हैं पिछले सालों में किस नेता ने अब तक का सबसे छोटा भाषण दिया है।

साल 2019 में, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2019-2020 के लिए अपना पहला बजट पेश किया था। उस भाषण के साथ, उन्होंने सबसे लंबे बजट संबोधन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वह दो घंटे 17 मिनट तक बोली थीं। अगले साल, उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया जब उन्होंने वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश करते हुए दो घंटे 42 मिनट तक बात की। और वह पूरा भाषण भी नहीं था! स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण उस दिन जब उन्हें अपना भाषण छोटा करना पड़ा, तो उनके पास बजट के दो पेज बचे थे। 2021-22 में उनका बजट भाषण 100 मिनट लंबा था। वहीं निर्मला सीतारमण ने साल 2022-23 के बजट में कुल डेढ़ घंटे बोली थीं।

सीतारमण से पहले जसवंत सिंह के नाम सबसे लंबा बजट भाषण

निर्मला सीतारमण से पहले बीजेपी नेता जसवंत सिंह के नाम सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड था। 2003 में उन्होंने 2 घंटे 15 मिनट का बजट पेश किया था।

हीरूभाई एम पटेल ने दिया था सबसे छोटा बजट भाषण | Budget 2024

स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे छोटा बजट भाषण 1977 में हीरूभाई एम पटेल द्वारा दिया गया था। उन्होंने केवल 800 शब्दों का अंतरिम बजट भाषण दिया था। सबसे छोटा पूर्ण बजट भाषण वाई बी चह्वाण का था, जो केवल 9300 शब्दों का था। दूसरे स्थान पर सबसे छोटा भाषण मोरारजी देसाई ने 10 हजार शब्दों का पेश किया था।

शब्दों के लिहाज से किसका बजट भाषण सबसे लंबा था?

शब्दों के लिहाज से मनमोहन सिंह की ओर से 1991 में दिया गया बजट भाषण सबसे लंबा था। यह 18700 शब्दों का था। इसके बाद यशवंत सिन्हा का भाषण था, जो 15700 शब्दों का था।

मोरारजी देसाई ने पेश किया था सबसे ज्यादा 10 बार आम बजट

अब तक मोरारजी देसाई ने सबसे ज्यादा 10 बार आम बजट पेश किया है। इसके बाद पी चिदंबरम ने नौ बार, प्रणव मुखर्जी ने भी 9 बार, यशवंत राव चह्वाण ने 7 बार, सीडी देशमुख ने 7 बार, यशवंत सिन्हा ने 7 बार, मनमोहन सिंह ने 6 बार और टीटी कृष्णमाचारी ने भी 6 बार आम बजट पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी। एक अंतरिम बजट है जो उन्होंने इसी साल ़1 फरवरी को पेश किया था।

1947 से लेकर अब तक कुल कितनी बार पेश हुआ बजट? | Budget 2024 Update

1947 से लेकर के अभी तक कुल 92 बार आम बजट पेश किया जा चुका है, जिसमें सामान्य और अंतरिम दोनों शामिल हैं। अब तक 67 सामान्य वार्षिक बजट और 15 अंतरिम बजट पेश किया जा चुका है, जबकि 4 मौकों पर विशेष बजट पेश किए गए हैं।

1951 से अभी तक कुल कितने वित्त मंत्री पेश कर चुके बजट?

1951 से लेकर के फरवरी 2024 तक देश के 12 वित्तमंत्री पेश कर चुके हैं। इनके अलावा पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी प्रधानमंत्री रहते हुए बजट पेश कर चुके हैं।

अब तक के वित्त मंत्रियों के नाम

  • सीडी देशमुख- 1951-57
  • मोरारजी देसाई- 1959-64, 1967-70
  • वाईबी चह्वाण- 1971-75
  • वीपी सिंह- 1985-1987
  • मनमोहन सिंह- 1991-96
  • यशवंत सिन्हा- 1998-2002
  • जसबंत सिंह- 1996-1996, 2002-2004
  • पी. चिदंबरम- 1996-98, 2004-09, 2013-14
  • प्रणब मुखर्जी- 1982-85, 2009-13
  • अरुण जेटली- 2014-19
  • पीयूष गोयल- 2019
  • निर्मला सीतारमण- 2019-2024।

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