लखनऊ: बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान करने के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी एक्शन मोड में आ गई हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि बसपा 24 दिसंबर को देश भर में विरोध प्रदर्शन करेगी। हालांकि, पहले यह प्रदर्शन केवल उत्तर प्रदेश में होना था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा माफी न मांगने के कारण मायावती ने अब देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
बसपा सुप्रीमो ने शनिवार (21 दिसंबर) को इस संबंध में सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में कहा- ‘देश के दलित, वंचित व अन्य उपेक्षितों के आत्म-सम्मान व मानवीय हकूक के लिए मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान के रचयिता डॉ. भीमराव आंबेडकर भगवान की तरह पूजनीय हैं। उनका अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिलों को आहत कर रहा है।’
1. देश के दलित, वंचित व अन्य उपेक्षितों के आत्म-सम्मान व मानवीय हकूक के लिए अति-मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान के रूप में असली ग्रंथ के रचयिता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर भगवान की तरह परमपूजनीय हैं। उनका श्री अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिलों को आहत पहुँचाता है।
— Mayawati (@Mayawati) December 21, 2024
शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा धरना-प्रदर्शन
मायावती ने कहा कि ऐसे महापुरुष को लेकर संसद में इनके द्वारा कहे गए शब्दों से पूरे देश में सर्वसमाज के लोग उद्वेलित, आक्रोशित व आन्दोलित हैं। बसपा ने उनसे बयान वापस लेने व पश्चाताप करने की मांग की, जिस पर अभी तक भी अमल नहीं किया जा रहा है। ऐसे में मांग न पूरी होने पर देशभर में आवाज उठाने की बात बसपा द्वारा की गई है। इसलिए अब पार्टी ने अपनी इस मांग के समर्थन में 24 दिसंबर को देशव्यापी आन्दोलन करने का फैसला लिया है। उस दिन देश के सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण तरीके से धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
3. ऐसे में माँग न पूरी होने पर फिर पूरे देश में आवाज उठाने की बात बीएसपी द्वारा की गई। इसीलिए अब पार्टी ने अपनी इस माँग के समर्थन में 24 दिसम्बर 2024 को देशव्यापी आन्दोलन करने का फैसला लिया है। उस दिन देश के सभी जिला मुख्यालयों पर पूर्णतः शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
— Mayawati (@Mayawati) December 21, 2024
उन्होंने आगे कहा कि दलित एवं बहुजनों को अपने पैरों पर खड़े होकर आत्मसम्मान के साथ जीने के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष व आरक्षण सहित उनको अनेकों कानूनी हक दिलाने वाले उनके सच्चे मसीहा बाबा साहब के नहीं रहने पर उनके अनुयाइयों का हित व कल्याण ही उनका सबसे बड़ा सम्मान है, जिसके लिए बसपा समर्पित है।
5. अतः कांग्रेस, भाजपा आदि पार्टियाँ अगर बाबा साहेब का दिल से आदर-सम्मान नहीं कर सकती हैं तो उनका अनादर भी न करें। बाबा साहेब के कारण एससी, एसटी एवं ओबीसी वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले उसी दिन उन्हें सात जन्मों का स्वर्ग भी मिल गया है।
— Mayawati (@Mayawati) December 21, 2024
बाबा साहेब का अनादर न करें पार्टियां
पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि कांग्रेस, भाजपा आदि पार्टियां अगर बाबा साहेब का दिल से आदर-सम्मान नहीं कर सकती हैं तो उनका अनादर भी न करें। बाबा साहेब के कारण एससी, एसटी एवं ओबीसी वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले, उसी दिन उन्हें सात जन्मों का स्वर्ग भी मिल गया था।