लखनऊ: प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष के रूप में पहले भाषण के संकलन की किताब ‘‘जननायक राहुल गांधी का संसद में ऐतिहासिक भाषणा’’ का विमोचन गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने किया। किताब का संकलन बदरे आलम ने किया है एवं प्रकाशन मौलाना अब्दुल क़य्यूम रहमानी फाउंडेशन द्वारा किया गया है। कार्यक्रम का संचालन मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष हिंदवी ने किया और हिंदवी ने किताब के कई अंश पढ़कर मौजूद कांग्रेसजनों को सुनाया।
इस मौके पर बोलते हुए बदरे आलम ने कहा कि राहुल गांधी जी का संसद में पहला भाषण कई मायनों में ऐतिहासिक था। वह भाषण नहीं था एक ऐलान था, इस तानाशाहिक प्रवृत्ति वाली मोदी सरकार के खिलाफ। पौने दो घंटे में वह एक सम्पूर्ण वकत्व्य था भारत के विचार का। मेरा स्पष्ट मानना है कि इस भाषण में हर घर में पढ़ा जाना चाहिए, हर भारतीय द्वारा पढ़ा जाना चाहिए ताकि हम भारत के विचार से परिचित हो सके।
तानाशाहिक रवैया नहीं चलेगा
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जननायक राहुल गांधी उम्मीद और रोशनी की एक किरण है, इन बेपनाह अंधेरों में। नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपने पहले ही भाषण में उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अब तानाशाहिक रवैया नहीं चलेगा। संविधान और भारत के विचार पर जो हमला मोदी सरकार जो पिछले 10 वर्षों से कर रही है, उसके खत्म होने का वक्त आ गया है। संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग से विपक्ष को दबाने का काम करने वाली यह निर्ल्लज मोदी सरकार अब इस बात को समझ ले कि हम इनके इन तरीकों से डरने वाले नहीं हैं।
अजय राय ने कहा कि बदरे आलम जी बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने इस ऐतिहासिक भाषण का संकलन कर उसे पुस्तक का रूप दिया है। मैं इनकी इस पुनीत सोच को सलाम करता हूं और इन्हें इस किताब रूपी विचार को फैलाने में अपना पूर्ण सहयोग का वादा करता हूं। इस मौके पर पूर्व मंत्री राजबहादुर, पूर्व मंत्री डॉ. मसूद अहमद, पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, सतीश अजमानी, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह, निवर्तमान प्रदेश महासचिव मुकेश सिंह चौहान, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रूद्र दमन सिंह चौहान सहित भारी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।