लखनऊ: राजधानी के गुडंबा इलाके में अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में घायल दूसरे युवक नदीम की मौत हो गई। इससे पहले तीन और लोगों की मौत हो चुकी है। मृतक घर में ही अवैध रूप से पटाखा बना रहा था। टेस्टिंग के दौरान आग लगने से ब्लॉस्ट हुआ था।
घटना 28 अगस्त को बेहटा गांव में हुई थी। हादसे में घायल आलम के रिश्तेदार नदीम का KGMU में उपचार चल रहा था, जहां शुक्रवार सुबह उसने अंतिम सांस ली। पुलिस और बम स्क्वायड मामले की जांच कर रहे हैं।
जानिए पूरा घटनाक्रम
शहर के गुडंबा थाना क्षेत्र के बेहटा गांव में आलम पत्नी मुन्नी और बेटे इरशाद के साथ रहता था। 28 अगस्त को उसके घर में ब्लास्ट हुआ। पूरी बिल्डिंग जमींदोज हो गई। उससे सटा मकान ढह गया। आसपास के चार अन्य घरों की दीवारें और छतें उड़ गईं। जलने और मलबे में दबने से आलम और उसकी पत्नी मुन्नी की मौत हो गई। इरशाद समेत 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दी।

इसके बाद शाम को गांव के पास ही दूसरे गोदाम में ब्लास्ट हुआ था। उसमें एक महिला को चोट आई थी। 300 मीटर के दायरे के मकानों में दरार आ गई थी। इसके बाद बुधवार को तीसरी बार गांव के बाहर पुलिस द्वारा नष्ट किए गए बारूद में ब्लॉस्ट हो गया। इससे पानी की टंकी में दरार आ गई।
पटाखा टेस्टिंग के दौरान हुआ था ब्लॉस्ट
स्थानीय लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आलम पटाखा बनाने का काम करता था। घर से करीब 1 किलोमीटर दूर फैक्ट्री बना रखी थी, लेकिन चुपके से घर में ही पटाखा बनाता था। पटाखा बनाने के लिए घर में ही भारी मात्रा में विस्फोटक रखे था। 28 अगस्त को विस्फोटक से वह पत्नी और बेटे के साथ पटाखा तैयार कर रहा था। उनके रिश्तेदार शरीफ का बेटा नदीम भी आया था।
पटाखा तैयार करने के बाद इरशाद और नदीम उसे चेक करने लगे। घर के सामने खाली जगह पर एक पटाखा जलाया, तो आवाज थोड़ी कम लगी। इस पर दोनों वापस घर के अंदर गए। अंदर जाने के बाद काफी देर बाहर नहीं आए। इसके कुछ देर बाद ही तेज धमाका हुआ और पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। इससे साफ है कि पटाखा टेस्टिंग के दौरान हादसा हुआ। हालांकि, फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं। उसकी रिपोर्ट आने पर आधिकारिक पुष्टि होगी।