लखनऊ: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस की सभी कमेटियों को भंग कर दिया है। ये कमेटियां साल 2019 में प्रियंका गांधी के यूपी प्रभारी बनने के बाद बनी थीं। गुरुवार देर रात पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने लेटर जारी किया। खड़गे के इस कदम को पार्टी में संगठनात्मक बदलाव और 2027 विधानसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
हरियाणा, महाराष्ट्र में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस अपनी नई रणनीति की शुरुआत उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य से करना चाहती है। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। पार्टी को उत्तर प्रदेश में फिर से खड़ा करने की जरूरत है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि पुराने कमेटी को बदलना और उसमें नई ऊर्जा को शामिल करना जरूरी है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि कमेटियों के भंग करने की मुख्य वजह पार्टी में नीचे से ऊपर तक हो रही गुटबाजी है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष ने राष्ट्रीय नेतृत्व से मिलकर इसकी शिकायत की थी।
अजय राय बोले- कुछ लोग कई साल से जमे थे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2027 से पहले संगठन विस्तार को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। कई संगठनों में लोग पिछले 5 साल से पद पर जमे हुए हैं। संगठन विस्तार के लिहाज से परिवर्तन जरूरी है। एक-एक कर सभी संगठन में काम होगा।
इन कमेटियों को किया रद्द
प्रदेश कार्यकारिणी, जिला- शहर, मंडल, ब्लॉक स्तर की कमेटी को भंग कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि नई कमेटी के बनने तक अलग-अलग 46 प्रकोष्ठ के चेरयमैन अपने-अपने पद पर काम करते रहेंगे।