लखनऊ: यूपी के संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा। सपा ने पत्र जारी करके इसकी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित 15 नाम शामिल हैं। डेलिगेशन में शामिल लोग हिंसा के बारे में जानकारी जुटाएंगे। वहीं खबर है कि माता प्रसाद को संभल जाने से रोका गया है।
#WATCH | Lucknow: Outside visuals from the residence of Uttar Pradesh Assembly LoP Mata Prasad Pandey; he is being stopped by police
A delegation of the Samajwadi Party led by Mata Prasad Pandey is likely to visit Sambhal today. pic.twitter.com/VNya5ckM7y
— ANI (@ANI) November 30, 2024
मुझे कहीं भी जाने का अधिकार: माता प्रसाद
उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि नियमानुसार उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था कि मैं वहां नहीं जा सकता, लेकिन कोई लिखित नोटिस नहीं दिया गया। पुलिस तैनात कर दी गई। न्याय आयोग वहां जा रहा है, मीडिया के लोग वहां जा रहे हैं, क्या हम वहां जाएंगे तो कोई अशांति होगी? यह सरकार अपने सारे काम छिपाने के लिए हमें जानबूझकर रोक रही है। संभल का कमिश्नर ‘उधारू’ कमिश्नर हैं।
#WATCH | Lucknow: Uttar Pradesh Assembly LoP Mata Prasad Pandey says, "They (administration) should have given me a notice as per the rules that I cannot go there, but no written notice was given and the police was deployed. The Justice Commission is going there, media people are… https://t.co/AWOeY9XFrR pic.twitter.com/OtnUrC45mf
— ANI (@ANI) November 30, 2024
संभल डीएम ने मुझे आने के लिए मना किया
माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि संभल डीएम ने मुझे फोन कर वहां न आने को कहा है। मैं पार्टी कार्यालय जाऊंगा और तय करूंगा कि आगे क्या करना है। हम किसी को भड़काते नहीं हैं। उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था, लेकिन बिना किसी नोटिस के उन्होंने मेरे आवास के बाहर पुलिस तैनात कर दी। इसके बाद यह जानकारी सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ साझा करेंगे। बताते चलें कि इससे पहले डीजीपी के कार्रवाई के आश्वासन पर प्रतिनिधिमंडल ने संभल जाना रद्द कर किया था। लेकिन अब 30 नवंबर यानी शनिवार को सपा नेता मौके पर जाएंगे। दो दिन पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने प्रेस वार्ता कर संभल हिंसा को लेकर सरकार को घेरा था।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि संभल हिंसा पर डीजीपी ने निष्पक्ष जांच होने का भरोसा दिया है। हम लोग आज मौके पर जाने वाले थे। लेकिन, हमें तीन दिन बाद जाने के लिए बोला गया है। उन्होंने कहा कि प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट का पालन नहीं हो रहा है।