प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उर्फ ‘नंदी’ की कंपनी से 2.08 करोड़ रुपये बरेली और कोलकाता के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए। बरेली शहर के आईएसआईएसआई बैंक के अकाउंट में रुपये ट्रांसफर हुए, जबकि कोलकाता के एक्सिस बैंक के अकाउंट में एक करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए। इसके अलावा यूको बैंक की कई अलग-अलग शाखाओं में रुपये ट्रांसफर हुए। कैबिनेट मंत्री के दो करोड़ रुपये ठगे जाएं और सरकार एक्टिव न हो, इसे लेकर तीन टीमें काम कर रही हैं।
साइबर सेल की तीन टीमों ने ठगी के बाद बैंक अकाउंट की सारी जानकारी लेकर खाते फ्रीज कराने की जद्दोजहर की, लेकिन उसमें भी पुलिस टीमों को फेल होना पड़ा। कैबिनेट मंत्री की कंपनी से कई किश्तों में शातिरों ने रुपये ट्रांसफर किए। पहले 65 लाख रुपये, इसके बाद 75 लाख रुपये और तीसरी किश्त में 68 लाख रुपये हुए। इसके बाद साइबर शातिरों ने छोटी रकम ट्रांसफर की। अब तक साइबर सेल, क्राइम ब्रांच की तीन टीमों ने 17 अकांटेंट फ्रीज कराए हैं।
60 से ज्यादा अकाउंट में ट्रांसफर, तीन टीमें उलझीं
अब तक की जांच में साफ हुआ है कि बरेली, कोलकाता, दिल्ली के खातों में रुपये ट्रांसफर होने के बाद करीब 60 अकाउंट में रुपये इधर-उधर भेजे गए। साइबर सेल, एसओजी और क्राइम ब्रांच इसी में उलझी है। फर्स्ट राउंड में कोलकाता, दिल्ली और बरेली के अकाउंट में रुपए लिए गए। इसके बाद छोटे-छोटे अकाउंट यानी कम टर्न ओवर वाले अकाउंट में रुपये भेजे गए और वहां से निकलते गए।
तीन टीमों ने बरेली, दिल्ली और कोलकाता के अकाउंट को फ्रीज करने का मैसेज बैंक के जरिये भिजवाया, लेकिन अधिकतर रकम निकल चुकी थी। जांच टीमों को यही मलाल है। बैंक भी इस मामले में कागजी कार्रवाई तक सीमित है। मेल, मैजेस, वाटसएप के जरिये जो हो सकता है, वही किया जा रहा है। यूपी में साइबर ठगों ने रिकॉर्ड ही तोड़ दिया है। डॉक्टर, कारोबारी, हाईकोर्ट के वकील, इंजीनियर, रिटायर्ड अफसर को नहीं छोड़ रहे हैं। नया मामला यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता की फर्म, कंपनी से 2.08 करोड़ रुपये ठगी का है।
कैबिनेट मंत्री की कंपनी से ठगी का मामला
कैबिनेट मंत्री नंदी के अकाउंटेंट से साइबर ठगों ने 2.08 करोड़ रुपये की ठगी की है। बुधवार को वॉट्सऐप पर मंत्री नंदी के बेटे की फोटो लगाकर साइबर ठग ने अकाउंटेंट रितेश श्रीवास्तव को मैसेज किया। लिखा- ‘मैं जरूरी बिजनेस मीटिंग में हूं। यह मेरा नया नंबर है, तुरंत रुपए ट्रांसफर कर दो।’
साइबर ठगों ने अकाउंटेंट को तीन बैंक अकाउंट की डिटेल भेजी और उसी में रुपये ट्रांसफर करने को कहा। बिना जांच-पड़ताल किए अकाउंटेंट ने जल्दबाजी में 2.08 करोड़ रुपये ट्रांसफर भी कर दिए। बाद में ठगी की जानकारी हुई तो प्रयागराज के साइबर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। इस संबंध में साइबर थाना प्रभारी राजीव तिवारी ने बताया कि संबंधित खाते फ्रीज कराने के लिए मेल किए गए हैं। ठगों का ब्योरा खंगाले जा रहे हैं। ठगी के रुपये ICICI, HDFC और एक अन्य बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कराए गए हैं।