Hathras Stampede: यूपी के हाथरस में हुए भगदड़ पर बाबा बागेश्वर ने कहा कि हाथरस वाले बाबा भोले उर्फ नारायण साकार हरि कोई बाबा नहीं हैं। उन्होंने कहा, हाथरस वाला बाबा कोई बाबा नहीं, जूता पहनकर कोई प्रवचन देता नहीं है। मंदिर की मूर्ति से ज्यादा मंदिर के पुजारी के प्रति श्रद्धा बढ़ जाती है तब अंधविश्वास फैलता है।
‘जूते–चप्पल पहनकर कुछ भी करना शास्त्रों के मुताबिक नहीं’
हमारे शास्त्रों में जूते-चप्पल पहनकर कुछ भी करना शास्त्रों के मुताबिक नहीं है। निश्चित रूप से दुर्भाग्य पूर्ण है, साधु का सम्मान ही माला, तिलक, वस्त्र, वेशभूषा है। लोगों को सजग रहने की आवश्यकता है। लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। यह कहना चाहते हैं कि आप जागो अपने आप में खुद क्रांति करो फिर आपको किसी के पीछे दौड़ना नहीं पड़ेगा।