गोरखपुर: गोरखपुर के बड़गहन स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) गीडा के बीटेक तृतीय वर्ष के छात्र अंशित कुमार श्रीवास्तव ने एक विशेष लेजर धनुष तैयार किया है। इस धनुष की सहायता से रावण के पुतले का दहन एक किलोमीटर की दूरी से किया जा सकता है। इस धनुष में पारंपरिक बाण के स्थान पर लेजर लेंस का उपयोग किया गया है। यह दो मुख्य हिस्सों से बना है: पहला, लेजर लेंस ट्रांसमीटर जो धनुष पर लगा होता है; और दूसरा, लेजर लाइट रिसीवर (सेंसर) जिसे रावण के पुतले की नाभि में स्थापित किया जाता है।
धनुष का बटन दबाने पर लेजर किरण सेंसर से जुड़कर गर्मी उत्पन्न करती है, जिससे रावण का दहन हो जाता है। अंशित का कहना है कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक एक बड़ा त्योहार है। मेलों में भारी भीड़ के कारण दुर्घटनाओं का खतरा रहता है। यह लेजर धनुष दूर से रावण दहन करके सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक होगा।
निदेशक ने दीं शुभकामनाएं
इस लेजर धनुष को बनाने में पांच दिन का समय लगा और लगभग 15 हजार रुपये का खर्च आया। इसके निर्माण में लेजर सेंसर, रेडियो सर्किट, हीटिंग प्लेट और बैटरी जैसे घटकों का उपयोग किया गया है। वहीं, संस्थान के निदेशक डॉ. एन के सिंह ने नवाचार की प्रशंसा करते हुए कहा कि छात्र द्वारा बनाए गए लेजर धनुष से सुरक्षित तरीके से रावण दहन करने में सहायता मिलेगी।