लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में रत्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में आधे से ज्यादा डूब गया है। यह दुनिया का पहला झुका हुआ मंदिर माना जाता है। हरिश्चंद्र घाट भी डूब गया है। इसके चलते शवदाह स्थल बदल दिया गया है। इसके अलावा पंडा-पुरोहितों की 300 से ज्यादा चौकियां डूब गई हैं। गंगा का जलस्तर 4 दिन में 15 फीट तक बढ़ा है। रात 11 बजे तक गंगा का जलस्तर 62.63 मीटर दर्ज किया गया। खतरे का निशान 71.262 है।
वहीं, पहाड़ी इलाकों मे हो रही बारिश से मैदानी इलाकों में नदियां उफान पर हैं। सहारनपुर जिले के बेहट में जैतपुर की एक बरसाती नदी में अचानक तेज पानी आ गया। तेज पानी को पार करते समय बाइक सवार युवक पानी के बहाव में फंसकर बह गया। आसपास के ग्रामीणों ने युवक का रेस्क्यू किया।
35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार (04 जुलाई) को 35 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 4 दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश लखीमपुर खीरी में 245.9 मिमी हुई। पूरे प्रदेश की बात करें तो 2.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 5.7 मिमी से 53 प्रतिशत कम है। वहीं, एक जून से अब तक प्रदेश में 133.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 122.5 मिमी से 18 प्रतिशत अधिक है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट, फतेहपुर, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर, बांदा, गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, औरैया, इटावा और आगरा में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, शेष जिलों में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है और बिजली गिरने की भी संभावना है।