लखनऊ: लोकसभा चुनाव के नतीजे चार जून को आएंगे, लेकिन इससे पहले सभी सियासी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं एग्जिट पोल में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत मिलने का अनुमान है। इस पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के जरिए मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया जा रहा है।
शिवपाल सिंह यादव रविवार को बदायूं पहुंचे। पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के आवास पर उन्होंने पत्रकारों से वार्ता की। एग्जिट पोल पर उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल्स से मनोवैज्ञानिक दबाव बना रहे हैं। यह नहीं चल पाएगा। हमारा कार्यकर्ता मजबूती के साथ अपनी ड्यूटी पर रहेगा। कहीं पर भी कोई बेईमानी नहीं होने दी जाएगी। एक-एक वोट की गिनती होगी।
सपा नेता ने कहा कि किसी को दबाव में आने की जरूरत नहीं है। प्रशासन भी ठीक से काम करेगा। उन्होंने दावा किया कि इंडी गठबंधन और सपा मिलकर सरकार बनाएगी। कितनी सीटें मिलेंगी? इस पर उन्होंने कहा कि जितनी भी सीट होंगी चार जून को आ जाएंगी।
बदायूं में सपा-भाजपा के बीच कड़ी टक्कर
इस बार बदायूं लोकसभा सीट से शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव ने चुनाव लड़ा। मतदाताओं के मिजाज व मतदान के रुझान बता रहे हैं कि बदायूं संसदीय सीट पर सपा व भाजपा के बीच सीधी टक्कर है। बसपा मुख्य मुकाबले से बाहर नजर आ रही है। हालांकि, तीनों राजनीतिक दलों के उम्मीदवार व पदाधिकारी अपने दल को विजेता मान रहे हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता का मनाना है कि हार-जीत 50,000 से 70,000 मतों से होगी। सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव का कहना है कि हार-जीत का अंतर 80,000 से एक लाख के भीतर ही रहेगा। बसपा जिलाध्यक्ष आरपी त्यागी की मानें तो जीत बसपा की होगी। अंतर कितना होगा, इसका सही आकलन उनके पास नहीं है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो हार-जीत का अंतर 30,000 से 40,000 मतों के बीच रहने की उम्मीद है।