लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में ऐतिहासिक धरोहर पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद अखिलेश यादव ने औरंगजेब की हवेली गिराए जाने को लेकर निशाना साधा है। साथ ही केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय से इस मामले में वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर ऐतिहासिक इमारतों पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर निशाना साधा। उन्होंने लिखा- आगरा में अवैध रूप से गिराई गई ऐतिहासिक धरोहर के मामले में हमारी संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्त्व विभाग से निम्नलिखित मांगें हैं-
- सभी दोषियों के विरुद्ध मामला दर्ज कराएं और वैधानिक रूप से दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें।
- प्रशासनिक स्तर पर जो लापरवाही हुई है, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो।
- जो हिस्सा खंडित हो गया है, उसके पुनर्निर्माण (रेस्टोरेशन) का काम तुरंत शुरू किया जाए।
- जो शेष बचा है, उसका संरक्षण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने लिखा- ‘भाजपा राज में न इतिहास बच रहा है, न भविष्य बन रहा है।’
आगरा में अवैध रूप से गिरायी गयी ऐतिहासिक धरोहर के मामले में हमारी संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्त्व विभाग से निम्नलिखित माँगें हैं:
1. सभी दोषियों के विरुध्द मामला दर्ज़ कराएं और वैधानिक रूप से दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करे।
2. प्रशासनिक स्तर पर जो लापरवाही हुई है,… pic.twitter.com/5czv6ibxF5— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 4, 2025
पढ़िए पूरा मामला
दरअसल, आगरा में ऐतिहासिक इमारत औरंगजेब की हवेली मुबारक मंजिल को एक बिल्डर ने बुलडोजर चलवा दिया है, जिसे इस इमारत का 70 फीसद हिस्सा ध्वस्त हो गया है। ये इमारत 17वीं सदी के मुगल इतिहास की धरोहर थी, जिसका निर्माण औरंगजेब ने सामोगढ़ की लड़ाई में जीत के बाद कराया था। इस हवेली का औरंगजेब के बाद शाहजहां, शुजा और ब्रिटेश अफसरों ने भी इस्तेमाल किया था। इस इमारत को ध्वस्त करने से आसपास के लोगों में आक्रोश है।
सितंबर महीने में राज्य पुरातत्व विभाग ने मुबारक मंजिल के सरंक्षण का नोटिफिकेशन जारी किया था। दो हफ्ते पहले अधिकारी इसका निरीक्षण करने भी आए थे। मगर, कुछ दिनों बाद ही इस इमारत को तोड़ने का काम शुरू हो गया और इसे बुलडोजर से गिरा दिया गया है।