Raj Kapoor 100th Birth Anniversary: राज कपूर की 100वीं बर्थ एनिवर्सिरी के फेस्टिवल का टाइटल ‘राज कपूर 100 – सेलिब्रेटिंग द सेंटेनरी ऑफ द ग्रेटेस्ट शोमैन’ रखा गया है। रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, नीतू कपूर से लेकर करीना कपूर और करिश्नमा कपूर ने हाल ही में पीएम मोदी को राज कपूर की 100वीं जयंती समारोह में शामिल होने के लिए न्योता दिया था। इस समारोह में कई बॉलीवुड और तमाम दिग्गज हस्तियां शामिल होंगी। मुंबई में शुक्रवार को दिवंगत फिल्म निर्माता-अभिनेता राज कपूर की शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा।
मुंबई के अंधेरी पश्चिम इलाके में आयोजित होने वाले इस भव्य समारोह में भारतीय फिल्म उद्योग के कई दिग्गज एक साथ नजर आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस इवेंट में रणधीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर खान, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट और अन्य सहित पूरा कपूर परिवार दिवंगत फिल्म निर्माता को श्रद्धांजलि देने के लिए एकजुट होगा। रेखा, जीतेंद्र, संजय लीला भंसाली, राजकुमार हिरानी और करण जौहर, आमिर खान, ऋतिक रोशन, अनिल कपूर, विक्की कौशल, कार्तिक आर्यन, सनी देओल और बॉबी देओल सहित हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सितारे पीवीआर इनफिनिटी मॉल में होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
135 सिनेमाघरों में दिखाई जाएंगी राज कपूर की फिल्में
इस भव्य समारोह के हिस्से के रूप में, आरके फिल्म्स, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और एनएफडीसी नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया राज कपूर 100 – महानतम शोमैन की शताब्दी का जश्न मना रहे हैं। इस उत्सव में 40 शहरों और 135 सिनेमाघरों में राज कपूर की दस प्रतिष्ठित फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसमें पीवीआर आइनॉक्स और सिनेपोलिस थिएटर शामिल हैं। उनकी फिल्में जैसे ‘आग’, ‘बरसात’, ‘आवारा’, ‘श्री 420’, ‘जागते रहो’, ‘जिस देश में गंगा बहती है’, ‘संगम’, ‘मेरा नाम जोकर’, ‘बॉबी’ और ‘राम तेरी गंगा मैली’।
यह कार्यक्रम ना केवल भारतीय सिनेमा में राज कपूर के अद्वितीय योगदान का सम्मान करता है, बल्कि फिल्म उद्योग की नामचीन हस्तियों को एक साथ लाकर उन फिल्मों के जादू का जश्न मनाता है, जो पीढ़ियों तक चलती हैं। 14 दिसंबर, 2024 को राज कपूर की शताब्दी मनाई जाएगी।
राज कपूर के बारे में
राज कपूर का जन्म पेशावर (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था और वे अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के सबसे बड़े बेटे हैं। राज कपूर ने कई फिल्मों में अभिनय किया और उनका निर्माण किया, जिसके लिए उन्हें तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार मिले। उनकी फिल्में ‘आवारा’ और ‘बूट पॉलिश’ 1955 के कान फिल्म समारोह में पाल्मे डी’ओर पुरस्कार के लिए शामिल थीं। कला में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1971 में पद्म भूषण से सम्मानित किया। सिनेमा में भारत का सर्वोच्च पुरस्कार, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, उन्हें 1988 में भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया था।