लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ की परेशानी खत्म नहीं हो रही है। मौसम विभाग ने रविवार (07 सितंबर) को प्रदेश के 21 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद मथुरा में हालात बिगड़ गए हैं। यमुना का पानी शहर में घुस गया है। शनिवार को एक आश्रम में गर्दन तक पानी भर गया। पुलिस ने भक्तों को रेस्क्यू किया।
मथुरा में यमुना खतरे के निशान से सवा मीटर ऊपर बह रही है। पानी अब रिहायशी इलाकों, सड़कों और परिक्रमा मार्ग तक पहुंच गया है। वृंदावन का परिक्रमा मार्ग पूरी तरह से डूब चुका है। श्रद्धालु जहां-तहां फंसे हैं। विश्राम घाट से लेकर बंगाली घाट तक का संपर्क टूट चुका है। शहर में 26 गांवों के साथ करीब 7 हजार की आबादी बाढ़ प्रभावित है। वृंदावन में शहरी इलाके का 70% हिस्सा जलमग्न है। कई स्थानों पर तो बहाव इतना तेज है कि पैदल चलना भी जोखिम भरा हो गया है।
शाहजहांपुर में हाईवे बाढ़ में डूबा
शाहजहांपुर जिले में दिल्ली-लखनऊ हाईवे बाढ़ के पानी से डूब गया। उधर, प्रयागराज में गंगा-यमुना नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ रहा है। ललितपुर का माताटीला बांध अचानक ओवरफ्लो हुआ, इसके 20 गेट खोल दिए गए है। वहीं, पीलीभीत में बीते कई दिनों से बाढ़ के हालात हैं। पांच तहसीलों के कुल 62 गांव प्रभावित हैं। डीएम ज्ञानेंद्र सिंह खुद कंट्रोल रूम से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 3-4 दिनों तक पूरे प्रदेश में तेज बारिश की संभावना नहीं है। लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के मुताबिक, अगस्त में सामान्य बारिश हुई थी। अब मानसून अपने आखिरी चरण में है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम हो गई है, इस वजह से किसी भी जिले में भारी बारिश का अलर्ट नहीं है।
21 जिलों में बारिश का अलर्ट
आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हाथरस, कासगंज, सीतापुर, बहराइच, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, अलीगढ़, बदायूं, बुलंदशहर, संभल, हापुड़, अमरोहा, मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।