नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की मौत के बाद भारत बेहद सख्त रुख अपना रहा है। भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तानी एयरफोर्स ने पूरी रात खौफ के साये में काटी। मीडिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने मंगलवार शाम तीनों फोर्स के कमांडरों की बैठक ली। 18 फाइटर जेट कराची एयरबेस से भारत से लगी सीमा की ओर एयरफोर्स स्टेशनों पर भेजे गए हैं। ये स्टेशन लाहौर और रावलपिंडी में हैं। पता चला है कि ये सभी 18 जेट चीन निर्मित जेएफ-17 हैं।
आर्मी चीफ मुनीर को भारत की ओर से POK (पाक के कब्जे वाला कश्मीर) में स्ट्राइक के खतरे का डर है। यहां पर लश्कर के लॉन्च पैड हैं। करीब 740 किमी लंबी LOC (नियंत्रण रेखा) पर भी पाकिस्तानी फौज की तैनाती बढ़ाई गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने अरब सागर में फायरिंग एक्सरसाइज भी शुरू कर दी है। मगर, पाकिस्तान का मानना है कि अभी भारत की ओर से जमीनी सैन्य कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया जाएगा। पाकिस्तान ने सभी 20 कॉम्बैट फाइटर जेट स्क्वाड्रन को हाई अलर्ट पर रखा है। आर्मी चीफ मुनीर ने बुधवार को भी कमांडरों की बैठक ली।
केंद्र सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में ढाई घंटे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट मीटिंग (CCS) चली। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए CCS ने 5 बड़े फैसले लिए हैं। वहीं, केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है।
दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन की सुरक्षा बढ़ाई गई
पहलगाम हमले के बाद दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले प्रधानमंत्री की बैठक में पाकिस्तानी अधिकारियों को देश छोड़ने का निर्देश दिया गया था।
दुनिया के दिग्गज नेताओं ने की हमले की निंदा
पहलगाम आंतकी हमले की दुनियाभर के दिग्गज नेताओं ने निंदा की है। इन नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शामिल हैं। चीन, जर्मनी, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका के विदेश कार्यालयों ने भी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया। केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता राजनाथ सिंह करेंगे। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे।