NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने पहली गिरफ्तारी की है। सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए पटना से नीट पेपर लीक मामले के आरोपी मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किया है। फिलहाल, सीबीआई उन दोनों से पूछताछ कर रही है। वहीं, इसी मामले में आरोपी बलदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश कुमार को पटना की विशेष सीबीआई अदालत ने सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है।
बता दें कि नीट-यूजी (NEET Paper Leak) में अनियमितताओं के आरोपों की जांच के सिलसिले में दिल्ली से सीबीआई की एक टीम सोमवार सुबह पटना में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के कार्यालय पहुंची। बिहार पुलिस के जरिए शुरू हुए नीट परीक्षा के पेपर लीक जांच को बिहार की आर्थिक अपराध इकाई के बाद अब केंद्रीय जांच ब्यूरो के पास सौंप दिया गया। बिहार की जांच टीम ने सभी सबूत शिक्षा मंत्रालय को सौंप दिए। शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी है।
सीबीआई, ईओयू और पुलिस अधिकारियों से बातचीत | NEET Paper Leak
बताया जाता है कि सीबीआई की टीम बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के कार्यालय पहुंचकर सारे सबूतों को अपने हाथ में ले लिए। पुलिस और अपराध शाखा दोनों के जाँच अधिकारियों ने 5 मई से 10 मई तक देखा था, उनसे सभी से सीबीआई के जांच अधिकारी ने बातचीत किया। गुरूवार को सीबीआई ने कार्रवाई को तेज करते हुए पटना से दो आरोपियों को दबोच लिया है। फिलहाल, सीबीआई उन दोनों से पूछताछ कर रही है।
नीट पेपर लीक मामले में छह FIR दर्ज
अधिकारियों ने बताया कि मनीष कुमार और आशुतोष कुमार ने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षित परिसर उपलब्ध कराया, जहां उन्हें लीक हुए पेपर और उत्तर कुंजी दी गई। नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। बता दें कि इस साल की परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे।