मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में फरह कस्बा के परखम में शुक्रवार (25 अक्टूबर) को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक हुई। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संदेश दिया कि सामाजिक समरसता सर्वोपरि है। संघ को इसी पर फोकस करना है। खास तौर पर दशहरे तक पूरे देश में इसी एजेंडे पर काम करना है।
इस बैठक में देशभर से आए 46 प्रांतों के 393 पदाधिकारियों के साथ उन्होंने मंथन कया। नौ घंटे तक चली इस बैठक में अन्य मुद्दों पर भी गंभीरता से बात हुई। परखम के दीनदयाल गो विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र में संघ का 10 दिवसीय शिविर चल रहा है। कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ प्रमुख ने विस्तार से सभी पदाधिकारियों से बात की।
इन मुद्दों पर भी हुआ मंथन
संघ के एजेंडे को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने व सामाजिक समरसता जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की गई। सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भी कई अहम मुद्दों पर रोशनी डाली। बैठक में सामाजिक समरसता के साथ ही अन्य मुद्दों पर बात हुई। जैसे शताब्दी वर्ष में हर गांव, हर घर में स्वयंसेवक हों। समाज को जातियों में बांटने से रोकना, राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की मदद से मुस्लिम समाज को जोड़ना, राष्ट्र सेविका समिति की मदद से महिलाओं को आगे लाने जैसे मुद्दों पर मंथन हुआ।
साथ ही पदाधिकारियों के दिशा-निर्देश भी तय किए हैं। प्रत्येक जिम्मेदार को संगठनात्मक लक्ष्य दिया गया है। इसके अलावा पंच परिवर्तनों पर जोर दिया गया। इसमें पर्यावरण, सोशल मीडिया के दुष्परिणाम से युवाओं को रोकना, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुद्दा, ज्ञानवापी एवं हिंदुत्व एकजुटता पर बात हुई।
कई मुद्दों पर तय किए गए लक्ष्य
प्रत्येक गांव में शाखाएं लगाने जैसे मुद्दों पर भी लक्ष्य तय किए गए। बैठक में सह सरकार्यवाह, क्षेत्र संघचालक, क्षेत्र कार्यवाह और क्षेत्र प्रचारक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। यह बैठक सुबह नौ बजे से तीन सत्रों में शाम आठ बजे तक आयोजित की गई।
बैठक संपन्न होने के बाद शनिवार को सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले आगामी सालों के संगठनात्मक लक्ष्यों के बारे में प्रेस वार्ता करेंगे। इससे पूर्व संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर बैठक का शुभारंभ किया। दो दिवसीय बैठक शनिवार को संपन्न होगी। इसके बाद सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले प्रेस वार्ता करेंगे।
शताब्दी वर्ष की रूपरेखा तैयार
अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि औपचारिक बैठक की जा रही है। इसमें 2025 विजयदशमी पर संघ अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे कर रहा है। इस शताब्दी वर्ष में क्या कार्यक्रम किए जाएं। गांव-गांव स्वयं सेवक मौजूद हों उसको लेकर मंथन किया गया। इसके अलावा सामाजिक समरसता के साथ-साथ पंच परिवर्तन पर भी जोर दिया गया है।