लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार (7 दिसंबर) को लखनऊ में समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधा है। कहा, संभल में कांग्रेस-सपा मुस्लिम समुदायों को आपस में लड़ा रही है। दोनों पार्टियां हिंसा के बहाने मुस्लिम मतदाताओं को खुश करने की कोशिश में लगी हुई हैं। उन्हें अन्य मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है।
मायावती ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को इनसे सतर्क रहना चाहिए। बिना नाम लिए उन्होंने आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद पर भी निशाना साधा। बीएसपी चीफ ने कहा, संसद में दलित लोग पहुंचे हैं, लेकिन दलित उत्पीड़न मुद्दे पर चुप बैठे हैं। वो सिर्फ अपने-अपने आकाओं को खुश करने में लगे हैं।
कांग्रेस, सपा के समर्थक एक ही थाली के चट्टे-बट्टे
मायावती ने कहा, बांग्लादेश में हिंदू बड़ी संख्या में अपराधों का शिकार हो रहे हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस चुप है। अब केवल मुस्लिम वोट के लिए संभल-संभल चिल्ला रही है। इस मामले में कांग्रेस, सपा के समर्थक एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। आज देश का एक हिस्सा पाकिस्तान में है। ये हिस्सा हिंदुस्तान में होना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस नेताओं की वजह से पाकिस्तान में चल गया।
07-12-2024-BSP PRESSNOTE-BANGLADESH HINDU ATROCITIES pic.twitter.com/xGTlHDspNQ
— Mayawati (@Mayawati) December 7, 2024
उन्होंने कहा, बांग्लादेश में सबसे ज्यादा मुस्लिम और दलित हैं। वहां हिंसा का सबसे ज्यादा शिकार दलित वर्ग हो रहा है। ऐसे में सरकार अपनी जिम्मेदारी को बढ़-चढ़ कर निभाए। वहां की सरकार से बातचीत कर शोषण के शिकार लोगों को भारत वापस लाया जाए।
भाजपा की गरीब-विरोधी नीतियों से लोगों में आक्रोश
पूर्व सीएम मायावती ने संसद सत्र देशहित में ठीक से चले, इसलिए सरकार और विपक्ष दोनों को गंभीर होना बहुत जरूरी है। राजनीतिक सशक्तिकरण के संघर्ष में दलित और आंबेडकरवादी समुदायों को एकजुट होने की जरूरत है। पूर्व में कांग्रेस सरकार की तरह ही वर्तमान में भाजपा की गरीब-विरोधी नीतियों से लोगों में आक्रोश है।