Kumbh 2025: स्मार्ट सिटी के साथ-साथ प्रयागराज में ट्रैफिक व्यवस्था भी अब विदेशों की तरह सरल और सुलभ होगी। लोगों को ट्रैफिक जाम की परेशानियों से निजात तो मिलेगी ही, साथ ही सड़क हादसे भी कम होंगे। प्रयागराज कमिशनरेट पुलिस सड़क मार्ग को सुलभ बनाने और हादसे रोकने के लिए एक बड़ा रिसर्च कर रही है। इस रिसर्च में पुलिस की अलग-अलग टीम काम कर ये पता लगा रही है कि आखिर प्रयागराज में सबसे ज्यादा हैवी ट्रैफिक किस जगह पर है और ट्रैफिक जाम की मुख्य वजह क्या है।
इसके अलावा पुलिस के विशेषज्ञ पिछले 5 सालों के रिकार्ड खंगाल कर सड़क हादसों का पता करेंगे। हादसों की वजह क्या थी, ये जानने की कोशिश की जाएगी, ताकि इसे सुधारा जा सके और लोगों की जान सड़क हादसों से बचाई जा सके। प्रयागराज कमिशनरेट पुलिस टीम जल्द ही इस रिसर्च को पूरा कर जाम की समस्या और सड़क हादसों को रोकने पर ठोस नीति बनाएगी, जो जनता के लिए काफी राहत वाली बात होगी। इसके अलावा कुंभ में ट्रैफिक कंट्रोल करने की भी नई योजना बनाई गई है।
क्या है जाम लगने की वजह?
प्रयागराज शहर पिछले लंबे अरसे से ट्रैफिक जाम का दंश झेल रहा है। इसमें कुछ इलाके ऐसे भी हैं जिनका नाम सुनकर ही लोग रास्ता बदल लेते हैं, चाहे बहराना इलाका हो या फिर जानसन गंज चौक इलाका, इन इलाकों में कोई ऐसा दिन नहीं है जब जाम नहीं लगता हो और 5 मिनट का रास्ता 30 से 45 मिनट में खत्म होता है। प्रयागराज की कमिशनरेट पुलिस अब ऐसे इलाकों की बारीकी से रिसर्च कर जाम का असली कारण पता करेगी। पुलिस तकनीकी रूप से जाम वाले इलाकों का मैप बना रही है।
जाम वाले इलाकों में ये देखा जाएगा कि जेब्रा क्रॉसिंग गोल चौराहा का साइज कितना बड़ा है या जरूरत के हिसाब से है या नहीं, दोनों तरफ से वाहनों के आवगमन कितने-कितने मिनट पर हो रहा है, ये वाहन आगे जाकर चौराहे से कितना घूमते हैं, रेहड़ी-पटरी पर कितना अतिक्रमण किया गया, सड़के कितनी संकरी हुई है और लाल बत्ती अगर है उस इलाके में तो कितने अंतराल पर रेड और ग्रीन सिंग्नल हो रहा है। इसके अलावा पुलिस के तकनीकी विशेषज्ञ जाम वाले इलाकों में बड़े और भारी वाहनों के आने-जाने की संख्या देखेंगे। अगर भारी वाहन जाम का कारण बन रहे तो उसका भी रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे।
सड़क हादसों को कम करने की कोशिश
शहर में ट्रैफिक जाम खत्म करने के साथ-साथ पुलिस सड़क हादसों को कम करने के लिए भी प्रयासरत है। इसके लिए पुलिस की रिसर्च टीम पिछले 5 सालों में हुए सड़क हादसों पर कराई गई FIR का डेटा निकलेगी। इस FIR से विशेषज्ञ 5 सालों में प्रयागराज में हुए सड़क हादसों का मैप बनाकर ये पता लगाएगी कि एक्सीडेंट का कारण क्या था? क्या डिवाइडर से गाड़ी टकराई या फिर डिवाइडर नहीं होने से वाहन आपस में टकरा गए। इसके अलावा खंभे से गाड़ी टकराई या फिर खड़े ट्रक से या फिर ओवर स्पीडिंग हादसे की वजह बनी।
इसके अलावा FIR में ये भी देखा जाएगा कि ये एक्सीडेंट किस जगह पर सबसे ज्यादा हुए हैं। ऐसे स्थानों को मैप से चिन्हित किया जाएगा। साथ ही अगर फ्लाईओवर के मोड़ में कमी है या फिर सड़क का अंधा मोड़ है, तो उसको भी प्रशासनिक अफसरों से सामंजस्य बनाकर समस्याओं को दूर किया जाएगा, जिससे सड़क पर लोगों की जान की हिफाजत हो सकेगी। टीम ये भी जांच कर रिपोर्ट बनाएगी कि अतिक्रमण की वजह से सड़क कितनी संकरी हुई है। जितनी जरूरत है सड़क की चौड़ाई उतनी है या नहीं, क्योंकि अतिक्रमण की वजह से काफी इलाकों की सड़कें छोटी हो गई हैं, जिससे जाम तो लग ही रहा, हादसे भी हो रहे हैं।
कुंभ के मद्देनजर क्या है प्लान?
आगामी कुंभ के मद्देनजर ट्रैफिक प्लान के तहत प्रयागराज की कमिशनरेट पुलिस श्रद्धालुओं और शहरवासियों को सुलभ यातायात देने के लिए एक और प्लान पर काम कर रही है। इसके लिए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस कैमरे की मदद ली जाएगी। ये AI CCTV कैमरे प्रयागराज के बॉर्डर पर टोल प्लाजा पर लगेंगे, जो दूसरे प्रदेशों और शहर को प्रयागराज जिले से जोड़ते हैं। मकसद ये है कि इस AI कैमरे से ये फायदा होगा कि शहर में टोल पर वाहनों की AI से स्कैनिंग हो जाएगी और वाहनों की गिनती कैमरे से कनेक्ट कंप्यूटर में होगी। यानी इससे ये पता चल जाएगा कि शहर में 24 घंटों में कितने वाहन और कितने लोग प्रवेश कर रहे हैं। वाहनों का ये सारा डेटा पुलिस कंट्रोल रूम में जाएगा, जिससे कुंभ में पार्किंग की जगह के हिसाब से उन वाहनों को शहर में एंट्री दी जाएगी। इससे भीड़ तो कंट्रोल होगी ही, साथ ही कुंभ में आए हुए श्रद्धालु जाम में नहीं फंस सकेंगे।
प्रयागराज की सीमा पर AI कैमरे
ट्रैफिक जाम खत्म करने और सड़क हादसों को कम करने के लिए कमिशनरेट पुलिस काम शुरू कर चुकी है। जल्द ही इस पर ठोस नीति बनाई जाएगी, जबकि कुंभ के ट्रैफिक प्लान पर काम चल रहा है। जल्द ही दूसरे जिलों को जोड़ने वाले प्रयागराज की सीमा पर AI कैमरे लगने का काम शुरू हो जाएंगे। ACP पुष्कर वर्मा की देखरेख में ये पूरा काम चल रहा है। ACP पुष्कर वर्मा के मुताबिक, इस संबंध में कई तकनीकी संस्थानों से संपर्क किया गया है। जल्द ही सभी चीजों को पूरा कर प्रयागराज को स्मार्ट बना दिया जाएगा, जिससे लोगों को जाम से निजात तो मिलेगी ही, साथ ही सड़क हादसों से उनके जीवन की रक्षा भी हो सकेगी।