Kolkata Case Update: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या केस में पीड़ित परिवार ने कहा कि हमें सीबीआई की जांच पर भरोसा है। पुलिस ने हमें गुमराह करने की कोशिश की थी। राज्य प्रशासन किसी को बचाने की कोशिश कर रहा है। इतने गंभीर अपराध को एक व्यक्ति अंजाम नहीं दे सकता।
न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में पिता ने कहा कि घटना को 14 दिन हो चुके हैं। लोगों को सीबीआई पर भरोसा है। हमें भी है, लेकिन CBI ने अभी तक केस को सुलझाया नहीं है। टीम को तेजी से काम करने की जरूरत है। हमें हर बीतता दिन एक साल जैसा लगता है।
क्या है मामला?
दरअसल, 9 अगस्त की देर रात कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। सुबह उनका अर्धनग्न शव मिला था। इसके बाद देशभर के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। कोलकाता के डॉक्टर्स आज लगातार 16वें दिन हड़ताल पर हैं।
केस से जुड़े आज के अपडेट्स
- कोलकाता के जूनियर डॉक्टर लगातार 16वें दिन हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी बहन को न्याय नहीं मिल जाता, हमारा विरोध जारी रहेगा। इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं हो सकता।
- आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से आज लगातार 9वें दिन पूछताछ हो रही है। CBI की टीम ने घोष से अब तक 100 घंटे की पूछताछ कर चुकी है। CBI घोष के जवाबों से संतुष्ट नहीं है।
- कलकत्ता हाईकोर्ट ने आरजी कर अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी का मामला CBI को हैंडओवर करने का आदेश दिया था। आज SIT ने केस से जुड़े सभी दस्तावेज CBI को सौंप दिए हैं। CBI ने जांच शुरू कर दी है।
ट्रेनी डॉक्टर की मां बोलीं- पुलिस जल्दबाजी में थी
पीड़ित की मां ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने जांच सही तरीके से नहीं की। वे बहुत जल्दबाजी में थे। हमें उम्मीद है कि मेडिकल कॉलेज में चल रहे रैकेट का पता लगाया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, पीड़ित के पिता ने डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के भी बात कही। उन्होंने कहा कि आरजी कर अस्पताल में चल रही अनियमितताओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख करने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया है। अगर जरूरत पड़ी तो हम इस पर विचार करेंगे।
आरोपी संजय बोला- मैं निर्दोष हूं
उधर, केस का मुख्य आरोपी संजय रॉय समेत छह का पॉलीग्राफी टेस्ट होगा। इनमें कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के अलावा पीड़ित डॉक्टर के साथ आठ अगस्त की रात डिनर करने वाले चार डॉक्टर भी शामिल हैं। 23 अगस्त को सियालदह कोर्ट ने संजय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा। इसी सुनवाई के दौरान ही संजय पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए भी तैयार हो गया था। मजिस्ट्रेट ने उससे पूछा कि वह पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए क्यों तैयार हुआ। संजय ने रोते हुए कहा- मैं निर्दोष हूं। मुझे फंसाया जा रहा है। पॉलीग्राफी टेस्ट से यह साबित होगा।