पोर्ट ऑफ स्पेन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (04 जुलाई) तड़के त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आपके पूर्वजों ने जो मुश्किलें झेलीं, वे सबसे मजबूत इरादों को भी तोड़ सकती थीं। साथ ही उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। पीएम ने भारतीय समुदाय की यात्रा को साहस की मिसाल बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे (भारतीय प्रवासी) गंगा और यमुना को पीछे छोड़ आए, लेकिन अपने दिल में रामायण को साथ लाए। उनके योगदान ने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध किया है। वे अपनी मिट्टी छोड़ आए, लेकिन अपने संस्कार नहीं छोड़े। वे सिर्फ प्रवासी नहीं थे, बल्कि एक सभ्यता के दूत थे।
पीएम मोदी ने किया ये ऐलान
पीएम मोदी ने ऐलान किया कि भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को भी ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार तड़के त्रिनिदाद और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री कमला परसाद-बिसेसर और उनके 38 मंत्रियों और चार सांसदों ने एयरपोर्ट पर मोदी की अगवानी की।
उन्होंने कहा कि 25 साल पहले मैं यहां आया था। तब से अब तक हमारी दोस्ती और मजबूत हुई है। बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली भारत के शहर हैं, लेकिन यहां भी इनके नाम की सड़कें हैं। नवरात्रि, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी यहां खुशी, उत्साह और गर्व के साथ मनाए जाते हैं। चौताल और भटक गाना यहां फल-फूल रहे हैं। मैं यहां कई परिचित चेहरों की गर्मजोशी और युवा पीढ़ी की आंखों में उत्सुकता देखता हूं, जो एक साथ जानने और बढ़ने के लिए उत्साहित हैं। हमारे रिश्ते भौगोलिक सीमाओं से परे हैं।
एगो अनमोल सांस्कृतिक जुड़ाव !
बहुत खुशी भइल कि पोर्ट ऑफ स्पेन में हम भोजपुरी चौताल प्रस्तुति के प्रदर्शन देखनी. त्रिनिदाद एंड टोबैगो आ भारत, खास करके पूर्वी यूपी आ बिहार के बीच के जुड़ाव उल्लेखनीय बा। pic.twitter.com/A6Huogo7CJ
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
‘त्रिनिदाद और टोबैगो की रामलीला अनोखी है’
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय की श्रीराम के लिए गहरी आस्था की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुझे आपकी प्रभु श्रीराम में गहरी आस्था का पता है। यहां की रामलीला वाकई अनोखी है। मुझे यकीन है कि आप सभी ने 500 साल बाद अयोध्या में रामलला की वापसी का स्वागत किया होगा। आपने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पवित्र जल और शिला भेजी थी। मैं भी उसी भक्ति के साथ कुछ लाया हूं। मेरे लिए यह सम्मान की बात है कि मैं राम मंदिर की प्रतिकृति और पवित्र सरयू नदी का जल लेकर आया हूं।
‘पीएम कमला को लोग बिहार की बेटी मानते हैं’
पीएम मोदी ने इस साल हुए महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं महाकुंभ का पवित्र जल अपने साथ लाया हूं। मैं कमला जी से अपील करता हूं कि वे संगम और सरयू नदी के पवित्र जल को यहां की गंगा धारा में अर्पित करें। भारतीय प्रवासी हमारा गर्व हैं। आप में से प्रत्येक भारत के मूल्यों और विरासत का राजदूत है। हम सिर्फ खून या सरनेम से नहीं, बल्कि अपनेपन की भावना से जुड़े हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत आपकी ओर देखता है और आपका स्वागत करता है। PM कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर से थे। उन्होंने वहां का दौरा भी किया है। लोग उन्हें बिहार की बेटी मानते हैं। उन्होंने बिहार की विरासत की तारीफ की और कहा कि बिहार की विरासत भारत और विश्व का गौरव है। बिहार ने सदियों से कई क्षेत्रों में दुनिया को रास्ता दिखाया है।
30 साल बाद भारतीय PM की त्रिनिदाद यात्रा
पोर्ट ऑफ स्पेन के पियार्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय के लोग भी मौजूद थे, जिन्होंने पारंपरिक डांस के जरिए PM मोदी का स्वागत किया। 1999 के बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की यह त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली यात्रा है।
प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने PM मोदी को न्योता दिया था। अपनी यात्रा के दौरान PM मोदी राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में प्रधानमंत्री कमला के साथ-साथ राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कांगालू से भी मुलाकात करेंगे। गौरतलब है कि दोनों ही शीर्ष नेता भारतीय मूल की हैं।
दौरे का मकसद दोनों देशों में संबंध मजबूत करना
इस ऐतिहासिक यात्रा का मकसद भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना है। PM मोदी की यह यात्रा एक और मायने में बेहद खास है। दरअसल, इस साल त्रिनिदाद एंड टोबैगो में भारतीय मजदूरों के पहली बार पहुंचने की 180वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस देश की करीब 40% आबादी भारतीय मूल की है, जिनके पूर्वज 19वीं सदी में वहां काम की तलाश में गए थे।