नई दिल्ली: अमेरिका दौरे के दूसरे दिन रविवार (22 सितंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने एक घंटे 7 मिनट दिए भाषण में अपने राजनीतिक जीवन, भारत की तरक्की और प्रवासियों पर चर्चा की। पीएम के न्यूयॉर्क के नासाउ वेटरंस कॉलेजियम पहुंचते ही हजारों लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए। मोदी के स्वागत में पहले अमेरिका का राष्ट्रगान और फिर भारत का राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मेरे जीवन का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा रहा जिसमें मैं सालों तक देश में भटकता रहा, जहां खाना मिला खा लिया ,जहां सोने को मिला सो लिया, समंदर से पहाड़ों और रेगिस्तान तक को जाना। ‘अपना नमस्ते लोकल से ग्लोबल हो गया’ मोदी ने भाषण की शुरुआत में नमस्ते कहकर लोगों को अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि अपना नमस्ते मल्टीनेशनल हो गया, लोकल से ग्लोबल हो गया।
मोदी सरकार के लगवाए नारे
पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं न मुख्यमंत्री था, न प्रधानमंत्री था तब इस धरती पर कई सवालों के साथ आता था। किसी पद पर नहीं था तब मैंने अमेरिका के 29 राज्यों का दौरा किया था। उन्होंने प्रवासियों से कहा कि इस बार भारत के चुनाव में कुछ अभूतपूर्व हुआ है। इसके बाद मोदी ने लोगों की तरफ हाथ उठाया और उनसे 3 बार, अब की बार मोदी सरकार के नारे लगवाए।
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की अहम बातें:
- अगला ओलिंपिक USA में है। जल्द ही भारत भी ओलिंपिक का साक्षी बनेगा। हम 2036 मेजबानी के लिए प्रयास कर रहे हैं।
- खेल, बिजनेस या मनोरंजन, भारत बहुत बड़े आकर्षण का केंद्र है। IPL दुनिया की टॉप लीग्स में है। फिल्में धूम मचा रही हैं।
- भारत की मानसिकता दुनिया में दबाव नहीं, प्रभाव बनाने की है। हम आग की तरह जलाने वाले नहीं, सूरज की तरह रोशनी देने वाले हैं। हम विश्व पर दबदबा नहीं, बल्कि समृद्धि में सहयोग देना चाहते हैं।
- एक दशक से भारत दसवें नंबर से पांचवें नंबर की इकोनॉमी बन गया। अब हर भारतीय चाहता है कि भारत जल्दी से थर्ड लार्जेस्ट इकोनॉमी बने।
- आपको एक शब्द याद रहेगा पुष्प। मैं पुष्प को परिभाषित करता हूं। प्रोग्रेसिव भारत, अनस्टॉपेबल भारत, स्पिरिचुअल भारत, हूयूमैनिटी को, प्रॉसपैरिटी को समर्पित भारत।
- हम दुनिया को बर्बाद करने वाले नहीं हैं। प्रकृति के लिए प्रेम के हमारे संस्कारों ने हमें गाइड किया।