नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार लगातार एक्शन मोड में है। भारत ने शनिवार (03 अप्रैल) को पाकिस्तान से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात पर बैन लगा दिया है। सरकार ने इस फैसले का नोटिफिकेशन भी जारी किया है। साथ ही भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी जहाजों के आने पर भी रोक लगा दी है। बंदरगाह और शिपिंग मिनिस्ट्री ने कहा कि भारतीय जहाज भी पाकिस्तानी बंदरगाहों पर नहीं जाएंगे।
सरकार के इन फैसलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। पीएम ने यह बात शनिवार को हैदराबाद हाउस में अंगोला के राष्ट्रपति लॉरेंको से मुलाकात के दौरान कही।
पाकिस्तान से सभी डाक और पार्सल सेवाएं बंद
पाकिस्तान से भारत आने वाली सभी कैटेगरी की डाक और पार्सल सेवाओं को बंद कर दिया गया है। यह रोक हवाई और जमीनी दोनों रास्तों से आने वाली डाक पर लागू होगी। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दी है। इससे पहले भी भारत सरकार ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट पर भी बैन लगाए थे, जो भड़काऊ और भ्रामक सामग्री फैला रहे थे।
भारतीय बंदरगाह पर पाकिस्तानी जहाज बैन
भारत सरकार ने समुद्री सुरक्षा को देखते हुए एक सख्त आदेश जारी किया है। अब पाकिस्तान के झंडे वाले कोई भी जहाज भारत के किसी बंदरगाह पर नहीं आ सकेंगे। इसी तरह, भारत के जहाज भी पाकिस्तान के बंदरगाहों पर नहीं जाएंगे। यह फैसला मर्चेंट शिपिंग एक्ट, 1958 के तहत लिया गया है। यह नियम तुरंत लागू हो गया है और अगले आदेश तक जारी रहेगा। अगर किसी खास मामले में छूट देनी हो तो उस पर अलग से विचार किया जाएगा।
फारूक अब्दुल्ला बोले- पहलगाम हमले में लोकल सपोर्ट था
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले में लोकल सपोर्ट होने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं समझता कि ये चीजें हो सकती है, जब तक कोई इनका साथ न दें। वो वहां से आए, किस तरह आए?’
अब्दुल्ला ने कहा कि भारत महात्मा गांधी का देश है और यहां हिंसा की नहीं, अहिंसा की परंपरा है। हमने पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो हम उसकी पानी की सप्लाई रोक देंगे। लेकिन हम उन्हें मारेंगे नहीं, क्योंकि हम उतने क्रूर नहीं हैं जितने वे हैं। भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है और आतंक के खिलाफ कड़े कदम जरूर उठाएगा, लेकिन हमारी संस्कृति किसी को खत्म करने की नहीं है।
महबूबा बोलीं- ये बयान कश्मीरियों के लिए खतरा बनेगा
फारूक अब्दुल्ला के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कड़ी आपत्ति जताई है। महबूबा ने X पर लिखा- “फारूक अब्दुल्ला जैसे वरिष्ठ कश्मीरी नेता का ऐसा बयान देश के बाकी हिस्सों में रह रहे कश्मीरी छात्रों, व्यापारियों और मजदूरों के लिए खतरा बन सकता है। इससे कुछ मीडिया चैनलों को कश्मीरियों और मुस्लिमों को बदनाम करने का मौका मिल जाएगा।”