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गोरखपुर विश्वविद्यालय में “डायबिटीज, मोटापा और हार्मोनल स्वास्थ्य” पर हुई स्वास्थ्य वार्ता

गोरखपुर विश्वविद्यालय में “डायबिटीज, मोटापा और हार्मोनल स्वास्थ्य” पर हुई स्वास्थ्य वार्ता

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र द्वारा अपोलो क्लिनिक, गोरखपुर के सहयोग से “डायबिटीज, मोटापा और हार्मोनल स्वास्थ्य” विषय पर एक जागरूकता स्वास्थ्य वार्ता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों में जीवनशैली जनित बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाना और निवारक स्वास्थ्य देखभाल को प्रोत्साहित करना था।

कार्यक्रम की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के नेतृत्व में प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रति कुलपति प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी ने की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि आधुनिक जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण डायबिटीज, मोटापा और हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, अत: हमें जागरूक होकर स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए।

प्रोफेसर वीना बी. ने किया कार्यक्रम का संचालन

इस अवसर पर निदेशक, IQAC एवं पूर्व अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अजय सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के स्वास्थ्य कार्यक्रम न केवल जानकारी देते हैं, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता और आत्म-जागरूकता का वातावरण भी निर्मित करते हैं। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर वीना बी. कुशवाहा, प्रभारी स्वास्थ्य केंद्र ने किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता ही दीर्घायु और सुखी जीवन का आधार है।

मुख्य वक्ता के रूप में अपोलो क्लिनिक, गोरखपुर के प्रसिद्ध एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. यू. के. शाह उपस्थित रहे। उन्होंने डायबिटीज, मोटापा और हार्मोनल असंतुलन के कारण, लक्षण और निवारण के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच इन बीमारियों की रोकथाम के मुख्य आधार हैं।

इनकी रही मौजूदगी

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अनेक प्राध्यापकगण और कर्मचारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रोफेसर सुधा यादव, प्रोफेसर अजय गुप्ता, प्रोफेसर रविकांत उपाध्याय, प्रोफेसर उमेश नाथ त्रिपाठी, प्रोफेसर केशव, प्रोफेसर निगम, डॉ. ओ. पी. सिंह, डॉ. आशीष शुक्ला, डॉ. अरुंधति सिंह, डॉ. सुनैना गौतम, डॉ. गरिमा सिंह, डॉ. सरोज चौहान, डॉ. साजिद आदि शामिल थे।

कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को अपोलो क्लिनिक की ओर से निःशुल्क “अपोलो प्रिविलेज कार्ड” प्रदान किए गए, जिनसे उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष रियायतें प्राप्त होंगी। सभी उपस्थित अतिथियों और प्रतिभागियों ने इस स्वास्थ्य वार्ता की उपयोगिता की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होते रहने चाहिए ताकि विश्वविद्यालय समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता और बढ़े।

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