वाराणसी: प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh 2025) के पलट प्रवाह के चलते वाराणसी में पांच लाख से ज्यादा यात्री फंस गए हैं। ट्रेनों में जगह नहीं मिलने की वजह से ढाई लाख से ज्यादा लोगों की यात्रा टल गई है। दिल्ली-आगरा वन्दे भारत समेत 21 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। ट्रेनों के निरस्त होने की वजह से 25 हजार से अधिक यात्री दिल्ली, कानपुर, आगरा समेत अन्य शहरों में फंस गए।
मौनी अमावस्या पर पूर्वांचल में उमड़ी भीड़ सड़कों पर उतरी तो हाईवे जाम हो गए। उधर, बॉर्डर सील होने और हाईवे पर लगे जाम के चलते एक लाख से अधिक लोग रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन समय से नहीं पहुंच पाए, जिससे उनकी गाड़ियां छूट गईं। गुरुवार को भी कैंट रेलवे स्टेशन पर ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं।
ये ट्रेनें हुईं निरस्त
काशी में फंसे हजारों यात्री
प्रयागराज में महाकुंभ में हुए हादसे के बाद कई मेला स्पेशल ट्रेनों को रोक दिया गया। वाराणसी में 29 जनवरी को ये ट्रेनें वाराणसी रेलवे स्टेशन नहीं पहुंची, जिससे हजारों लोग गंतव्य को रवाना नहीं हो पाए। पहले बनारस से चलने वाली 12559 बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस निरस्त हुई। उसके बाद बलिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस, गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज एक्सप्रेस, 05004 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष,।05183 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष, 05179 गोरखपुर-झूंसी कुम्भ विशेष, 05187 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष, 05193 गोरखपुर-झूसी कुम्भ विशेष, गोरखपुर-प्रयागराज रामबाग कुम्भ विशेष गाड़ी निरस्त होने के कारण हजारों की यात्रा छूट गई।
देर रात वाराणसी पहुंचीं 60 से अधिक ट्रेनें
वाराणसी में देर रात तक 60 से अधिक ट्रेनें प्रयागराज वाराणसी होते हुए गंतव्य को रवाना हुई। स्टेशन पर अधिकारियों संग आरपीएसएफ, सीआरपीएफ, जीआरपी के साथ सिविल पुलिस तैनात थी।भगदड़ की आशंका पर खाली कराए गए प्लेटफार्म
मौनी अमावस्या पर काशी में उमड़े जन सैलाब ने सबको हिलोर दिया। आला अधिकारी सुबह से देर रात तक व्यवस्था संभालने में लगे रहे।
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन जब डीएम पहुंचे तो स्टेशन के प्लेटफार्म पर ढाई लाख से अधिक लोग थे। अनहोनी की आशंका को देखते हुए तत्काल प्लेटफार्म से लोगो की भीड़ होल्डिंग एरिया में शिफ्ट कराई गई। लोगों से लगातार अपील हो रही थी कि शांति बनाए रखें और रेलवे के एनाउंसमेंट पर ध्यान दें।