उत्तर प्रदेश, राजनीति

कानपुर में चार मंजिला इमारत में लगी आग, कारोबारी पिता, मां और तीन बेटियां जिंदा जलीं

कानपुर में चार मंजिला इमारत में लगी आग, कारोबारी पिता, मां और तीन बेटियां जिंदा जलीं

कानपुर: जनपद में रविवार रात चार मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग जिंदा जल गए। मृतकों में मां-बाप और तीन बेटियां हैं। इमारत के बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर जूता-चप्पल बनाने का कारखाना है। बाकी, चार में दो भाई का परिवार रहता था। आग की शुरुआत ग्राउंड फ्लोर पर कारखाने से हुई। देखते ही देखते आग पूरी इमारत में फैल गई। घरों में रखे सिलेंडर, केमिकल और AC फटने लगे। आग ने 10 से 15 मिनट में पूरी इमारत को चपेट में ले लिया।

चमनगंज थाना क्षेत्र के प्रेम नगर में हुई घटना के एक समय एक भाई मो. दानिश का परिवार दूसरी फ्लोर में था, जबकि बड़े भाई मो. कासिफ का परिवार एक रिश्तेदार के यहां गया हुआ था। आग का पता लगते ही दानिश सबसे पहले अपने बुजुर्ग पिता अकिल को बाहर निकालकर आए। दानिश वापस लपटों के बीच दूसरी फ्लोर में फंसी पत्नी और तीन बच्चियों को बचाने के लिए अंदर चले गए। लेकिन, तब तक आग और बढ़ गई। दानिश बाहर नहीं निकल पाए। हादसे में कारोबारी दानिश (45), उनकी पत्नी नाजमी सबा (42), बेटी सारा (15), सिमरा (12), इनाया (7) की जिंदा जलकर मौत हो गई।

दमकल की 20 गाड़ियां पहुंचीं

आग की सूचना पर एक-एक कर मौके पर दमकल की 20 गाड़ियां पहुंचीं। रात 1.30 बजे लखनऊ से एसडीआरएफ के जवान भी रेस्क्यू के लिए पहुंचे। इमारत के दोनों तरफ लगभग 500-500 मीटर तक इलाके को ब्लॉक कर दिया गया। आग की भयावहता को देखते हुए आसपास की इमारतें खाली कराई गईं। बिजली भी काट दी गई। फायर फाइटर्स ने आग बुझाने की कोशिश शुरू की। लेकिन, जूता-चप्पल बनाने में इस्तेमाल होने वाला केमिकल रखा होने की वजह से पानी का ज्यादा असर नहीं हो रहा था।

दानिश का परिवार जिस फ्लेार में था, वहां अंदर तक पानी पहुंचाने में मुश्किल हुई। इसके बाद दमकल की टीम ने ऊपरी फ्लोर में कई जगह से तोड़कर छेद किए। चौथी मंजिल पर फंसे मां-पिता और तीन बेटियों को सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी नहीं बचाया जा सका। रात 3 बजे पांच शव निकाले गए। मां से लिपटी बेटी का शव देखकर फायर फाइटर्स भी रोने लगे। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

जानिए पूरी घटना

प्रेम नगर निवासी अकील के बड़े बेटे दानिश का जूते-चप्पल का कारोबार है। चार मंजिला बिल्डिंग में नीचे कारखाना है। तीसरी मंजिल पर उनके भाई कासिफ परिवार के साथ रहते हैं। जबकि, चौथी मंजिल पर दानिश, उनकी पत्नी और तीन बच्चियां रहती थीं।

रविवार रात करीब 8 बजे बिल्डिंग में आग लगी। सूचना पर पहुंची दमकल की टीम ने तीसरी मंजिल पर फंसे कासिफ के परिवार को रेस्क्यू कर लिया। फायर फाइटर्स बिल्डिंग के अंदर सीढ़ी लगाकर दाखिल होने का प्रयास करते रहे। मगर, धुआं के कारण अंदर नहीं जा पाए। चौथी मंजिल पर फंसे मोहम्मद दानिश (45), उनकी पत्नी नाजमी सबा (42), बेटी सारा (15), सिमरा (12), इनाया (7) को नहीं निकाला जा सका। पांचों लोग जिंदा जल गए। एक बेटी जान बचाने के लिए मां से लिपट गई। मां-बेटी का लिपटा हुआ शव मिला।

जूते-केमिकल के चलते तेजी से फैल गई आग

बचाव के समय मौके पर पहुंचीं महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि जिस बिल्डिंग में आग लगी थी, उसमें ग्राउंड फ्लोर से लेकर थर्ड फ्लोर तक जूते और केमिकल भरे थे। इस वजह से आग तेजी से फैल गई। चौथी और पांचवीं मंजिल पर कुछ परिवार थे, जो वहां पर फंस गए।

आग के कारणों की एक्सपर्ट टीम कर रही जांच: एसीपी

ACP तेज बहादुर सिंह ने सोमवार सुबह बताया कि अभी तक आग बुझाई जा चुकी है। अब तक की जानकारी के अनुसार दानिश, उनकी पत्नी और तीन बच्चियों की मौत हुई। आग के कारणों की एक्सपर्ट टीम जांच कर रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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