गोरखपुर। हिंदू धर्म में मां दुर्गा की आराधना के नौ दिन यानी नवरात्रि बीत जाने के बाद 10वें दिन दशहरे के पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर असत्य पर सत्य की विजय का संदेश दिया था। हर साल बुराई के प्रतीक रावण का दहन किया जाता है। इस बार 12 अक्टूबर को रावण दहन होगा, जो कुछ खास बनने वाला है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार रावण दहन करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के प्रयोग का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।
दरअसल, गोरखपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) गिड़ा के बीटेक के पांच स्टूडेंट्स प्रशांत शर्मा, प्रणव शर्मा, अनपूर्णा सिंह, श्रुति पाण्डेय और प्रियांशु शुक्ला ने मिलकर एक ऐसा एआई रावण तैयार किया है, जो आग से नहीं बल्कि भगवान श्रीराम की तस्वीर देख कर ही अपने आप दहन हो जाएगा।
क्या है एआई रावण और कैसे होगा उसका दहन?
एआई रावण के बारे में अधिक जानकारी देते हुए छात्र प्रशांत शर्मा ने बताया कि हम नए भारत में नई तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए हमने इस बार एआई रावण बनाया है। हमने रावण के पुतले में कुछ ऐसे सेंसर लगाएं हैं, जो एक खास रेडियो सिग्नल को कैच करता है। इसी तरह हमने भगवान श्रीराम की तस्वीर में भी एक सेंसर लगाया है, जो रेडियो सिग्नल को रिसीव करता है। जैसे ही हम भगवान श्रीराम की तस्वीर रावण के नजदीक लाते हैं तो तस्वीर में लगा सर्किट सेंसर रावण सें निकलने वाले फ्रीक्वेंसी को पहचान लेता है, जिससे रावण के अंदर सर्किट में एक इलेक्ट्रिकल हिट स्पार्क जनरेट होता है और रावण धूं-धूंकर जलने लगता है।
छात्र प्रणव शर्मा ने बताया, हमने भगवान श्रीराम की एक एआई तस्वीर बनाई है, जो रावण के नजदीक होने पर एक्टिवेट हो जाती है। छात्रा अनपूर्णा ने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से हम लोग इस बार बुराई के प्रति अच्छाई के प्रतीक विजय दशमी के त्योहार पर एआई रावण का पुतला दहन करेंगे। छात्रा श्रुति पाण्डेय ने बताया, एआई रावण को बनाने में हमें पांच दिनों का समय लगा और 11 हजार रुपये का खर्च आया है।
संस्थान के निदेशक ने की प्रशंसा
संस्थान के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि कॉलेज के इन्नोवेशन सेल में कंप्यूटर साइंस के छात्र हों या फिर अन्य कोर्स के छात्र, वह अपने आइडिया पर शोध करते रहते हैं। इसके पहले भी हमारे छात्रों ने देश व समाज हित में कई इन्नोवेशन किए हैं। इस बार छात्रों ने एआई रावण तैयार किया, जिसके माध्यम से सुरक्षित रहते हुए रावण का पुतला दहन किया जा सकता है। एआई रावण दहन सिस्टम एक नया और सफल प्रयोग है। छात्र-छात्राओं की इस उपलब्धि पर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्यामबिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल आदि ने खुशी जताई और सभी की प्रशंसा भी की।