नई दिल्ली: 1988 बैच के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार ने बुधवार (19 फरवरी) को देश के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) का पद संभाला। नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले वे पहले चीफ इलेक्शन कमिश्नर हैं। उनका कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक रहेगा। इससे पहले CEC पद पर रहे राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हुए थे।
ज्ञानेश कुमार के 4 साल के कार्यकाल के दौरान 20 राज्य और 1 एक केंद्रशासित प्रदेश (पुडुचेरी) में चुनाव होंगे। शुरुआत बिहार से होगी और अंतिम चुनाव मिजोरम में होगा। ज्ञानेश कुमार के अलावा विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। वे हरियाणा के मुख्य सचिव और 1989 बैच के IAS अधिकारी हैं। वहीं, चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू अपने पद पर बने रहेंगे।
Dr. Vivek Joshi today assumed charge as the Election Commissioner in pursuance of Ministry of Law & Justice, Gazette notification dated 17.02.2025. He is a 1989 batch officer of the IAS of Haryana cadre.
(Pics: Election Commission of India/X) pic.twitter.com/8PLW14SBPP
— ANI (@ANI) February 19, 2025
ज्ञानेश कुमार बोले- मतदान करना जरूरी
पदभार संभालने के बाद सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि राष्ट्रसेवा के लिए पहला कदम है मतदान। भारत का हर नागरिक, जो 18 साल की आयु पूरी कर चुका हो, को मतदान जरूर करना चाहिए। भारत के संविधान, लोकप्रतिनिधित्व कानूनों और उनके नियमों के अनुरूप चुनाव आयोग हमेशा मतदाताओं के साथ हमेशा था, है और रहेगा।
राहुल गांधी ने नामों पर विचार करने से किया था इनकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में 17 फरवरी को हुई बैठक में इन नियुक्तियों पर मुहर लगी थी। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए CEC के लिए 5 नामों की सूची दी गई थी, लेकिन राहुल ने नामों पर विचार करने से इनकार कर दिया था। बैठक के बाद राहुल गांधी ने डिसेंट नोट जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है इसलिए यह बैठक नहीं होनी चाहिए थी। वहीं, कांग्रेस ने कहा था कि हम अहंकार में काम नहीं कर सकते। बैठक स्थगित करनी थी, जिससे सुप्रीम कोर्ट जल्द फैसला कर सके।