गोरखपुर: महिंद्रा थार का नाम तो लगभग सभी लोगों ने सुना होगा। बहुत से लोगों ने इस थार को देखा भी होगा। मगर, क्या आपने कभी ‘डिफेंस रोबो थार’ का नाम सुना है? अगर नहीं तो अब सुन और देख लीजिए, जो भविष्य में देश के दुश्मनों से निपटने में काम आ सकती है। जी हां, गोरखपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (गीडा) के कंप्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर के छात्र अंशित श्रीवास्तव ने एक ऐसी (डिफेंस रोबो थार) गाड़ी तैयार की है, जो एक किलोमीटर दूर दुश्मन के खेमे में घुसकर उनके टैंक और वाहनों के परखच्चे उड़ा सकती है।
आईटीएम गीडा में बीटेक के छात्र अंशित श्रीवास्तव ने कॉलेज के इन्नोवेशन सेल में दो महीने की कड़ी मेहनत कर इस रोबो थार को तैयार किया है। अंशित ने बताया कि इस रोबो थार को हमने फाइबर और कार्बन फाइबर से तैयार किया है, जिसका साइज करीब 1 फुट है और वजन करीब 400 ग्राम है। ये रोबो थार 700 ग्राम तक का विस्फोटक लेकर दुश्मन के क्षेत्र में उनके टैंक और वाहनों को निशाना बना सकती है। दिखने में ये जरूर छोटी गाड़ी लगती है, लेकिन ये देश के जवानों के लिए दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए एक घातक हथियार बन सकती है। उन्होंने इसका एक वर्किंग मॉडल तैयार कर सफल परीक्षण भी किया है।
दुश्मनों से पूरी तरह निपटने में सक्षम है डिफेंस रोबो थार
अंशित श्रीवास्तव का कहना है कि ये डिफेंस रोबो थार गाड़ी दुश्मन के एरिया में जाकर बम रख सकती है, दुश्मन के वाहनों के नीचे बम लगा सकती है और दुश्मन की ऑडियो-वीडियो की जानकारी भी जवानों को भेज सकती है। इसके अलावा यह जवानों के रास्ते में आने वाले लैंडमाइन को अपने पावरफुल वाइब्रेशन से डिस्ट्रॉय भी कर सकती है। रोबो थार गाड़ी को हाई रेडियो कंट्रोलर रिमोट द्वारा ऑपरेट किया जाता है और इसे बनाने में करीब 45 हजार रुपये का खर्च आया है।
वहीं, संस्थान के निदेशक डॉ. एन के सिंह ने बताया कि हमारे कॉलेज के इनोवेशन सेल में छात्र देश एवं समाज हित में उपकरणों के बारे में अपने आइडिया पर रिसर्च कर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं। ये बच्चे देश का भविष्य हैं। छात्रों के ऐसे आइडिया से नवाचार के क्षेत्र में देश प्रगति करेगा। छात्र अंशित की इस खास उपलब्धि के लिए संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया और संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल ने बधाई दी है।