बरेली: शहर में शवों की सौदेबाजी का खुलासा होने के बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अनुराग आर्य के आदेश पर कोतवाली थाने में एक सिपाही और स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
एक निजी न्यूज ऐप ने खुलासा किया था कि बरेली में पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेज की मिलीभगत से शवों की सौदेबाजी हो रही है। लावारिस शव 40 हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक में बेचे जा रहे थे। मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी इन शवों को खरीद रहे थे। इस खुलासे के बाद एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लिया और स्टिंग ऑपरेशन में दिखाए गए सिपाही नरेंद्र प्रताप व पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात जिला अस्पताल के कर्मचारी सुनील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
तीन सदस्यीय कमेटी जांच में जुटी
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि शवों की सौदेबाजी में संलिप्त पाए गए सिपाही को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। अब कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने के साथ-साथ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रकरण में जो भी लोग शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।