वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार (7 दिसंबर) को वाराणसी के दौरे पर रहे। उन्होंने वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर के शताब्दी समारोह कार्यक्रम में शिरकत की। सीएम योगी ने यहां पूजा की और एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश सुरक्षित तभी धर्म सुरक्षित है। संत हमेशा अपना राष्ट्रधर्म निभाता है। इसके बाद मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उन्होंने 401 नए जोड़ों को बधाई और आशीर्वाद दिया। साथ ही नए जोड़ों को गिफ्ट दिए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा, हमने साल 2017 में प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का कार्यक्रम प्रारंभ किया था। इस योजना के माध्यम से 4 लाख से अधिक बेटियों की शादी के कार्यक्रम संपन्न हो गए हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा और उनकी उन्नति के लिए लगातार प्रयासरत है। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके अपने आप को साबित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज परिवारों के सामने संकट खड़ा करता है।
#WATCH | Varanasi: Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath attended the programme organised for the marriage of 401 couples under the 'Chief Minister Mass Marriage Scheme'. pic.twitter.com/Oej2FDG1SP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 7, 2024
तारीख पर तारीख अब नहीं चलेगी
इसके अलावा सीएम योगी ने कहा, विभागीय अधिकारी प्रतिदिन एक घंटे जनशिकायतों का निस्तारण जरूर करें। अभियान चलाकर राजस्व वाद, वरासत, भूमि पैमाइश, बंटवारे इत्यादि के मामले तेजी से निपटाएं। अन्यथा अगली समीक्षा में जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। राजस्व से जुड़े मामले ही गांव की अशांति के कारण बनते हैं।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आज जनपद वाराणसी में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
इस पावन आयोजन में भागीदार बनने वाले सभी महानुभावों, सम्मानित अभिभावकों का हृदय से अभिनंदन एवं नव विवाहित वर-वधुओं को सुखी दाम्पत्य जीवन हेतु मंगलकामनाएं! pic.twitter.com/ZYVoljQYxN
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 7, 2024
उन्होंने कहा कि तारीख पर तारीख अब नहीं चलेगी, गरीब को न्याय मिले यही हमारा लक्ष्य हो। अनावश्यक मामलों को लंबित न करें। मेरिट के आधार पर राजस्व वादों को प्रतिदिन निपटाया जाए। विकास प्राधिकरण अनावश्यक किसी नक्शे मामले पेंडिंग न रखे। आइजीआरएस (IGRS) व सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर और अच्छे से कार्य करते हुए से गंभीरता से देखें।