उत्तर प्रदेश, राजनीति

मुख्‍यमंत्री इंस्टाग्राम पर रील देखते रहते हैं, महा-प्रचार के लिए किए गए ‘महाकुंभ’ के इंतजाम: अखिलेश यादव

मुख्‍यमंत्री इंस्टाग्राम पर रील देखते रहते हैं, महा-प्रचार के लिए किए गए ‘महाकुंभ’ के इंतजाम: अखिलेश यादव

कन्‍नौज: समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष व सांसद अखिलेश यादव ने कन्‍नौज में मीडिया से बातचीत में कहा, ‘यूपी के मुख्यमंत्री सोशल मीडिया पर बैठकर रील देखते रहते हैं। यह डबल इंजन की नहीं, डबल ब्लंडर की सरकार है। न लखनऊ की सरकार कुछ देख पा रही है, न दिल्ली की।’

अखिलेश यादव सोमवार को दिवंगत पूर्व चेयरमैन हाजी हसन सिद्दीकी के समधन कस्बे में स्थित आवास पर गए थे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। इसके बाद कन्नौज पहुंचे। यहां सपा नेता आकाश शाक्य के घर पर हुए पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

महाकुंभ बना महा-प्रचार, सरकार ने गिनती छिपाई

सपा सुप्रीमो ने कहा कि जिस कुंभ की तैयारी भव्य स्तर पर होनी चाहिए थी, उसका नाम तो ‘महाकुंभ’ रख दिया गया। लेकिन, इंतजाम महा-प्रचार के लिए किए गए। सरकार ने दावा किया कि 100 करोड़ श्रद्धालु भी आ जाएं तो उनके लिए व्यवस्थाएं पूरी रहेंगी। लेकिन, व्यवस्थाओं के बजाय इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों और सोशल मीडिया पर प्रचार को तवज्जो दी गई। बड़े-बड़े चेहरे बुलाए गए, इंस्टाग्राम रील्स बनीं। लेकिन, आम श्रद्धालुओं की परेशानी और अव्यवस्थाओं की गूंज अब सुनाई देने लगी है।

उन्‍होंने कहा कि कुंभ का आयोजन सम्राट हर्षवर्धन के समय से होता आ रहा है। लेकिन भाजपा इसे ‘पहली बार’ का आयोजन बताकर नया इतिहास लिखने में जुटी है। सरकार के 144 साल में एक बार होने वाले कुंभ के दावे पर सवाल उठ रहे हैं। ज्योतिष और खगोल विज्ञान की मानें, तो 12 साल में एक बार कुंभ होता है। फिर ये 144 साल का आंकड़ा कहां से आया।

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श्रद्धालु उमड़े, लेकिन सरकार आंकड़े छिपा रही

अखिलेश यादव ने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था महाकुंभ में उमड़ पड़ी। अब तक 65-70 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं। बुजुर्ग और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु अब भी इंतजार में हैं। सरकार को चाहिए कि आयोजन की अवधि बढ़ाए। लेकिन, सरकार अभी तक यात्रियों की वास्तविक संख्या छिपाने में लगी है।

उन्‍होंने कहा कि सरकार भीड़ नियंत्रण में नाकाम रही है। भगदड़ से कई लोगों की जान गई, लेकिन सरकार सिर्फ डुबकी लगाने वालों की मौतें गिन रही। भगदड़ में जान गंवाने वालों की सही गिनती अब तक सामने नहीं आई। कई लोग लापता हैं। उनके परिवार वाले जब जानकारी के लिए थाने जाते हैं, तो उन्हें वहां से भगा दिया जाता है। दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे में भी सरकार की नाकामी खुलकर सामने आई। बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन अब तक सरकार इनकी सही संख्या बताने से बच रही है।

27 के चुनाव में भाजपा की चार सौ बीसी नहीं चलेगी

भाजपा पर तंज कसते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि इन्होंने मिल्कीपुर में बेइमानी की है, चार सौ बीसी की है। हमारा कार्यकर्ता देख रहा है, इनको जनता देख रही है। इस बार जब 2027 में चुनाव होगा, एक में तो बेईमानी कर सकते हो, पुलिस प्रशासन लगा कर, जाति के आधार पर अधिकारी पोस्ट करके। लेकिन, 403 विधानसभाओं में इनकी बेईमानी नहीं चल पाएगी। अब तो बीजेपी वाले बीजेपी के ही सगे नहीं है।

अमृतकाल में अमेरिका ने लोगों को अमृतसर भेजा

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा देश इतना कमजोर नहीं, जितना भाजपा वालों ने बना दिया है। ये हर चीज के लिए झुक जा रहे हैं। जिस समय प्रधानमंत्री लौटे, उसी समय अमेरिका ने एक और जहाज रवाना कर दिया। उसमें लोग हथकड़ी-बेड़ी पहनकर आए। अमृतकाल में अमेरिका ने लोगों को अमृतसर भेजा है। वो इसीलिए कि उन्हें अमृतकाल और अमृतसर कुछ तालमेल नजर आ रहा है।

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