उत्तर प्रदेश, राजनीति

सनातन विरोधियों पर चलेगी बजरंगबली की गदा, ये समय चैन से सोने का नहीं: सीएम योगी

सनातन विरोधियों पर चलेगी बजरंगबली की गदा, ये समय चैन से सोने का नहीं: सीएम योगी

अयोध्‍या: उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दिवाली पर अयोध्या के कारसेवकपुरम पहुंचे। यहां उन्होंने एक बार फिर कहा कि ‘हम बटेंगे तो कटेंगे।’ ये समय चैन से सोने का नहीं है, जो सोएगा, वो खोएगा। बजरंगबली की गदा सनातन विरोधियों पर चलेगी। सनातन और भारत को नुकसान पहुंचाना अब नहीं चलेगा।

मुख्‍यमंत्री योगी ने कहा, हमारे अस्तित्व पर सवाल उठाया जा रहा है। इनसे हमें डट कर मुकाबला करना होगा। भारत का हित सनातन धर्म के साथ जुड़ा है। पहले लोग ‘योगी जी एक काम करो मंदिर का निर्माण करो’ के नारे लगाते थे। आप ने जो कहा सरकार ने वो कर दिया। अब आपका दायित्व है कि इस सम्मान को बुलंदियों तक पहुंचाना है।

दीपोत्सव अयोध्या की पहचान बना

सीएम योगी ने कहा, कोरोना महामारी से देश को बचाने के साथ राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ। 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। हमारी पहचान विज्ञापन नहीं, हमारी सेवा के संकल्प होने चाहिए। मैं राम मंदिर के लिए बलिदान देने वाले लोगो को विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं। दीपोत्सव अयोध्या की पहचान बन गया। दीपोत्सव से दुनिया में सम्मान मिलता है। 500 साल का इंतजार समाप्त हो गया। कई पीढ़ियों ने बलिदान दिया। RSS के नेतृत्व और पूज्य संतों के आशीर्वाद से राम मंदिर बना। हर हिंदू की अयोध्या में दर्शन की अभिलाषा है।

मांझी बस्ती में पहुंचकर महिलाओं को गिफ्ट बांटे

इससे पहले अयोध्या में सीएम योगी मांझी बस्ती पहुंचे। यहां माझी समुदाय की महिलाओं और बच्चों को मिठाई और गिफ्ट बांटे। योगी ने कहा- पूरा सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया, प्रिंट मीडिया सभी जगह अयोध्या का दीपोत्सव से रंगा हुआ है। अयोध्या का नाम ऐसे ही गूंजता रहे। यह अयोध्यावासियों की जिम्मेदारी है। सरकार इसके लिए हर तरह से सहयोग कर रही है। 500 साल के इंतजार के बाद यह अवसर हमारे पास आया है। जब रामलला की उपस्थिति में अयोध्यावासी पहली दिवाली मनाएंगे।

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, यह खुशी अकेले नहीं, मिलकर मनाई जानी चाहिए। हमें देखना चाहिए कि मेरे बगल में भी कोई व्यक्ति ऐसा है कि वह किन्हीं परिस्थितियों में हमसे जुड़ नहीं पा रहा है, तो हमें उनके घर जाकर दीप जलाना चाहिए। अभी मैं गोरखपुर के वनटांगियां गांव में जाऊंगा। वहां दीपोत्सव का कार्यक्रम उनके साथ भी मनाना है।

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